जबलपुर (मध्यप्रदेश) जबलपुर के गोहलपुर थाना अंतर्गत चंद्रिका प्रसाद दुबे की पुत्री अनामिका दुबे (Jabalpur Anamika) नाम की लड़की ने एक मुस्लिम युवक से (Inter Religion Marriage )शादी कर ली थी . नाराज़ परिजनों ने जबलपुर के नर्मदा तट ग्वारीघाट पर अनामिका दुबे (Jabalpur Anamika) से उजमा फातिमा बनी की शादी के बाद उसका पिंडदान कर दिया. Anamika के नाम का कार्ड छपवा कर परिजनों ने पिंडदान और मृत्यु भोज पर लोगों को आमंत्रित किया.
कार्ड में परिजनों ने लिखा ..बड़े दुख के साथ लिखना पड़ रहा है कि श्रीचंद्रिका दूबे की कुपुत्री अनामिका दूबे का स्वर्गवास दिनांक 2-4 2023 को दिन रविवार को हो गया है.जिनकी आत्मा की शांति हेतु मृत्यूभोज एंव पिंडदान के लिए 11-6-2023 रविवार को होना निश्चित हुआ है.कृपया पधार कर नरकगामी आत्मा को शांति प्रदान करें
7 जून के अनामिका ने धर्म बदल कर किया था निकाह
अनामिका ने इसी महीने की 7 जून को धर्म बदलकर मोहम्मद अयाज के साथ किया निकाह कर लिया था, और अपना नाम बदल कर अनामिक से उजमा फातिमा कर लिया . मोहम्मद अयाज के परिवार ने नई दुल्हन के स्वागत में दावत ए वलीमा भी रखा.
जिसे करना था कन्यादान उसके किया पिंडदान
लेकिन बेटी के धर्म बदल कर शादी करने से परिवार वाले बेहद नाराज हैं और शादी के बाद परिजनों ने पुलिस मे इसकी शिकायत भी की. मोहम्मद अयाज और अनामिका ने कोर्ट में शादी की. परिवार वाले इतने नराज है कि अनामिका दुबे उर्फ उजमा फातिमा के भाई अभिषेक दुबे ने सभी के सामने अपनी बहन का पिंडदान कर दिया. ये दृश्य बेहद भावुक करने वाला था. जिस भाई को अपनी बहन के लि एकन्यदान की रश्म करनी थी, उसने जिंदा बहन का पिंडदान कर दिया. अनामिका दुबे उर्फ उजमा फातिमा की फोटो लगाकर परिवार ने उसका पिंडदान संस्कार कर दिया.
पिंडदान का क्या है महत्व ?
हिंदु धर्म में किसी का पिंडदान तब किया जाता है जब उसकी मौत हो जाती है. परिवार के लोग मृतक की आत्मा की शांति और दूसरे जन्म को बेहतर करने के लिए उसे इस जन्म के पारिवारिक बंधन से मुक्त करते हैं. इस क्रिया में मृतक का पार्थिव शव बना कर उसे एक बाऱ फिर से अपने हाथों के परिजन दान करते हैं.
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माता पिता ने बेटी से तोड़ा हर तरह का संबंध
अनामिका दुबे उर्फ़ उजमा की माँ का कहना है कि जिस बेटी ने अपने माता पिता की बात नहीं मानी, उन्हें छोड़ कर मुस्लिम लड़के से शादी कर ली उस लड़की से अब उनका कोई संबंध नहीं रहा इसलिए उन्होंने अपनी बेटी को मरा हुआ मान लिया और उसका पिंडदान कर दिया .