इंदौर: एक ज़माना था जब महिलाओं और लड़कियों अबला कहा जाता था. उन पर जिलम हुआ करते थे. उन्हें कमज़ोर कहा जाता था. लेकिन ज़माना बदल गया है. आज की बेटियां जहाँ आदर करना जानती है. तो गलत के खिलाफ तलवार उठाने की हिम्मत भी रखती हैं. इस बात को इन शेर दिल युवतियों ने साबित किया है.
इंदौर में विश्व हिंदू परिषद की दुर्गा वाहिनी ने हाथों में तलवारें और लठ्ठ लेकर शौर्य संचलन निकाला. मालवा प्रांत की दुर्गा वाहिनी का शौर्य प्रशिक्षण इंदौर में जारी है.बुधवार शाम 27 जिलों की सैंकड़ों युवतियों महिलाओं ने चिमन बाग मैदान से राजबाड़ा तक शौर्य संचलन निकाला… pic.twitter.com/jnwF0oCBkt
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) June 8, 2023
लेफ्ट राइट लेफ्ट करती ये युवतियां कोई सिपाही नहीं बल्कि हाथों तलवार लेकर माँ दुर्गा का स्वरूप धारण कर मार्च कर रही है. ये मार्च उन जिहादी मानसिकता के लोगों के लिए है. जो हिन्दू लड़कियों को अपना शिकार बनाते हैं. लव जिहाद जैसे चंगुल में फंसाकर उनका धर्मानतरण कराते हैं. ये मार्च चेतावनी है उन नापाक इरादा रखने वाले जाहिलों को कि अगर बात हिन्दस्तान की बेटियों की इज़्ज़त और उनके मान पर आई तो तलवार उठाने वाले ये हाथ उनके दुश्मनों का सर धड़ से अलग कर सकते हैं.
दरअसल ये गज़ब का नज़ारा मध्य प्रदेश के इंदौर कहा जहाँ विश्व हिंदू परिषद की दुर्गा वाहिनी ने हाथों में तलवारें और लठ्ठ लेकर शौर्य मार्च निकाला. इंदौर के मालवा प्रांत की दुर्गा वाहिनी का शौर्य प्रशिक्षण वर्ग इंदौर में जारी है, इसी सिलसिले में बुधवार शाम 27 जिलों की सैंकड़ों युवतियों महिलाओं ने चिमन बाग मैदान से राजबाड़ा और फिर चिमन बाग मैदान तक शौर्य मार्च निकाला.
क्या है मकसद?
इस मार्च का मकसद लव जिहाद की घटनाओं से युवतियों को सजग करना था. उन बेटियों को आगाह करना था जो किसी वेह्शी के प्यार के जल में फंसकर अपना मान सम्मान समाज और धर्म छोड़ने पर या तो मजबूर हो जाती है या फिर उन पीड़ितों की तरह जान गवा बैठती है जो धाम बदलने को तैयार नहीं होते. ये वीडियो सन्देश है कि आज की बेटी झुकेंगी नहीं बल्कि लड़ेंगी.