पटना ( अभिषेक झा) : बिहार में बीजेपी और राज्य सरकार के बीच कभी खुले तो कभी अंदर अंदर उठापटक जारी है. एक दिन पहले बीजेपी ने जदयू छोड़ कर आये नेताओं को बीजेपी में शामिल कराया तो दूसरे ही दिन खबर आई है कि बीजेपी के नये प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यसमिति की बैठक (BJP working committee meeting )के लिए जिस ऑडिटोरियम को बुक कराया था, उसकी बुकिंग बैठक से ठीक 24 घंटे पहले रद्द कर दी गई है.
भाजपा के नेता (BJP working committee meeting)बुकिंग कैसिल होने पर भड़क गये हैं और वर्तमान जेडीयू – आरजेडी सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं.
बिहार बीजेपी कार्यसमिति की बैठक 20 मई, शनिवार को
बिहार में प्रदेश बीजेपी नेतृत्व की कमान युवानेता सम्राट चौधरी को सौंपने के बाद प्रदेश में बीजेपी पहली बार प्रदेश कार्य समिति (BJP working committee meeting) की बैठक करने जा रही है. बैठक का कार्यक्रम शनिवार, 20 मई का रखा गया है लेकिन बैठक से ठीक पहले ही बखेड़ा शुरु हो गया है. बीजेपी से मिल रही जानकारी के मुताबिक प्रदेश कार्यसमिति (BJP working committee) ने इस बैठक के लिए काफी पहले बुकिंग कराई थी. बैठक के लिए बिजली विभाग के आडिटोरियम को चुना गया था,लेकिन बैठक से ठीक एक दिन पहले ऑडिटोरियम की बुकिंग रद्द कर दी गई है.
-आज का दिन लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण- सम्राट चौधरी
बुकिंग रद्द होने पर नये प्रदेश अध्यक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है. सम्राट चौधरी ने कहा कि बैठक से मात्र 24 घंटे पहले बुकिंग रद्द की गई है, इससे साफ पता चलता है कि सरकार डर गई है. क्या सरकार बीजेपी के लोगों को अपनी बैठक या कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं करने देगी ? हमने काफी पहले उर्जा ऑडिटोरियम को बुक कराया था लेकिन उसे अंत समय में रद्द कर दिया.ये लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है.
सम्राट चौधरी ने कहा कि ऑडिटोरियम हमने पैसे देकर बुक कराई थी,लेकिन आखिरी समय में बुकिंग कैसिंल की गई है. ये सरकार अब बीजेपी को बैठक तक करने नहीं दे रही है.जानबूझ कर बीजेपी कार्यसमिति की बैठक को डिस्टर्ब करने का प्रयास किया जा रहा है. यह लोकतंत्र की हत्या है.
बुकिंग के समय क्यों नहीं बताई गई थी बात- सम्राट चौधरी
सम्राट चौधरी ने सवाल उठाया कि सरकार ने जिस आधार पर उनकी बुकिंग रद्द की है, वो आधार बुकिंग के समय क्यों नही बताई गई ? सरकार की तऱफ से ऑडिटोरियम की बुकिंग ये कह कर रद्द की गई है कि ये एक सरकारी विभाग है और यहां किसी राजनीतिक दल की बैठक नहीं हो सकती है .ये बात पहले क्यों नहीं कहा गया. ये सोची समझी राजनीति है .
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पहले से ये तय है कि उर्जा ऑडिटोरियम उपयोग राजनीतिक बैठकों के लिए नहीं होगा- वीजेंद्र यादव उर्जा मंत्री
बीजेपी के आरोप के जवाब बिहार के उर्जा मंत्री विजेंद्र यादव न कहा कि ये पहल से तय है कि उर्जा ऑडिटोरिम का उपयोग राजनीतिक काम के लिए नहीं किया जायेगा. ये ऑडिटोरियम बिजली विभाग के अंतर्गत आता है इस लिए यहां किसी पॉलिटिकल प्रोग्राम की इजाजत नहीं दी जा सकती है. उर्जा मंत्री ने बताया कि बीजेपी की तरफ से इसे पार्टी कार्य समिति की बैठक के लिए नहीं बल्कि कैलाशपति मिश्र न्यास के कार्यक्रम के लिए बुक कराया गया था.