मुंबई : देश की जनता को नशीले पदार्थों से दूर रखने वाली NCB को अब तक की सबसे बड़ी सफलता हाथ लगी है. खबर है हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री मार्ग पर हेरोइन और अन्य नशीली दवाओं को बड़ी मात्रा में पकड़ा गया है. खबर है कि अब तक NCB और दूसरी एजेंसियों के साथ मिलकर 32000 किलो ड्रग्स बरामद की जा चुकी है. जिसकी कीमत भारतीय रूपए के हिसाब से 12000 करोड़ है. ये सफलता NCB और भारतीय नौसेना द्वारा संयुक्त अभियान के ज़रिये मिली है. ऑपरेशन में अब तक कुल लगभग 3200 किलोग्राम मेथमफेटामाइन, 500 किलोग्राम हेरोइन और 529 किलोग्राम हशीश जब्त की गई.
इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग्स कैसे मिला?
NCB के महानिदेशक की अध्यक्षता में ऑपरेशन समुद्रगुप्त लॉन्च किया. जिसमें संजय कुमार सिंह, उप महानिदेशक (ऑप्स), NCB और जनवरी, 2022 में NCB मुख्यालय की संचालन शाखा के अधिकारी शामिल थे. ऑपरेशन का सबसे पहला उद्देश्य कार्रवाई के लिए जानकारी जुटाना था. जिससे नशीले पदार्थों को ले जाने वाले जहाजों पर रोक लगाई जा सके. इस काम के लिए, टीम ने डीआरआई, एटीएस गुजरात आदि जैसे ड्रग कानून प्रवर्तन एजेंसियों और भारतीय नौसेना के इंटेलिजेंस विंग, एनटीआरओ आदि जैसी खुफिया एजेंसियों से जानकारी का जुटानी शुरू की. जिसके बाद पुख्ताजनकारी मिलने के बाद इस मिशन को अंजाम दिया गया.
क्या है ऑपरेशन समुद्रगुप्त ?
बता दें ऑपरेशन समुद्रगुप्त की पहली सफलता फरवरी, 2022 के महीने में हासिल की गई थी, जब NCB और भारतीय नौसेना की एक संयुक्त टीम ने गुजरात के तट से गहरे समुद्र में 529 किलोग्राम हशीश, 221 किलोग्राम मेथमफेटामाइन और 13 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी, जो सभी बलूचिस्तान और अफगानिस्तान से तस्करी कर आई थी. इसके बाद अक्टूबर, 2022 के महीने में NCB और भारतीय नौसेना ने एक और संयुक्त मिशन कर केरल के तट पर एक ईरानी नाव को रोका गया. जिससे कुल 200 किलोग्राम हाई क्वालिटी हेरोइन ज़ब्त हुई थी. ये हेरोइन अफगानिस्तान से लाय गया था. इस ऑपरेशन में छह ईरानी तस्करों को गिरफ्तार किया गया था.
मिशन को कैसे दिया गया अंजाम
NCB और भारतीय नौसेना द्वारा लागू किए गए इन ऑपरेशनों के अलावा, NCB ने श्रीलंका और मालदीव के साथ ऑपरेशन समुद्रगुप्त के दौरान उत्पन्न वास्तविक समय की कार्रवाई योग्य जानकारी भी साझा की. इन सूचनाओं के तहत कार्रवाई करते हुए दिसंबर 2022 और अप्रैल 2023 के महीनों में श्रीलंकाई नौसेना द्वारा चलाए गए दो अभियानों में 19 मादक पदार्थों के तस्करों की गिरफ्तारी के साथ 286 किलोग्राम हेरोइन और 128 किलोग्राम मेथमफेटामाइन की जब्ती हुई थी. वहीँ मालदीव पुलिस ने 5 मादक पदार्थों के तस्करों की गिरफ्तारी के साथ 4 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी.
इसके बाद मार्च, 2023 में भी भारतीय नौसेना के इंटेलिजेंस विंग के साथ संयुक्त रूप से प्रयासों को जारी रखते हुए, मकरान तट से भारी मात्रा में मेथमफेटामाइन ले जाने वाले एक ‘मदर शिप’ की आवाजाही के बारे में खुफिया जानकारी हासिल हुई थी। एसेट्स जुटाए गए थे और टीम द्वारा इनपुट पर कड़ी नजर रखी गई थी.
लगातार खुफिया एजेंसीज ने छानबीन जारी रखी। जिसके बाद इन सभी सूचनाओं को भारतीय नौसेना के साथ साझा किया गया था. फिर एक भारतीय नौसेना जहाज को आसपास के क्षेत्र में तैनात किया गया था. इस इनपुट के आधार पर नेवी ने समुद्र में जा रहे एक बड़े जहाज को इंटरसेप्ट किया और जहाज से संदिग्ध मेथामफेटामाइन की 134 बोरियां बरामद की गईं. इस मिशन में एक ईरानी नागरिक को भी हिरासत में लिया गया. रोकी गई स्पीड बोट में एक व्यक्ति सवार था जिसके पाकिस्तानी नागरिक होने का संदेह है. बरामद बोरे, पाकिस्तानी नागरिक, पकड़ी गई नाव और मुख्य जहाज से बचाई गई कुछ अन्य वस्तुओं को 13/05/2023 को मट्टनचेरी घाट, कोचीन लाया गया और आगे की कार्रवाई के लिए NCB को सौंप दिया गया.
एनसीबी ने जब्ती की प्रक्रिया शुरू की है और प्राथमिक विश्लेषण यह है कि सभी पैकेटों में मेथामफेटामाइन होता है. चूंकि जब्ती की प्रक्रिया अभी भी चल रही है, बरामद मेथामफेटामाइन की सही मात्रा अभी तक स्पष्ट नहीं है. हालाँकि, बरामद किए गए पैकेटों की संख्या से, हमारा अनुमान है कि यह एक रूढ़िवादी अनुमान में लगभग 2500 किग्रा है.