नोएडा में कोरोना बेकाबू होता नज़र आ रहा है. यहां पिछले 24 घंटे में 102 नए मामले सामने आए जबकि छीक होने वाले मरीज़ों की संख्या 44 है.
नए 102 मामलों के साथ नोएडा में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 633 हो गई है. इनमें से 26 मरीज अस्पताल में भर्ती है. राहत की बात ये ही कि इनमें से किसी को भी ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता नहीं पड़ी है.
मास्क पहनना हुआ अनिवार्य
नोएडा में कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही प्रशासन ने कोरोना गाइडलाइन भी जारी कर दी है. सीएमओ ने लोगों से अपील की है कि वो इन गाइड लाइन का पालन करें. इसके साथ ही स्कूल, कॉलेज और दफ्तरों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है.
24 घंटे में 871 हुए टेस्ट
इसके अलावा नोएडा में पिछले 24 घंटे में 871 मरीजों की जांच भी की गई है. जिनमें से 102 मामले पोजीटिव पाए गए हैं. इसके साथ ही जांच की सुविधा जिला अस्पताल के साथ ही अन्य निजी अस्पताल व लैब में की गई है. साथ ही जिले के अस्पतालों में अलग से एक फीवर ओपीडी भी शुरू किया गया है. ये कदम अस्पताल पहुंचने वाले दूसरे मरीज़ों सो संक्रमण से बचाने के लिए किया गया है. जो नए मिले है उनकी कांट्रैक्ट ट्रैकिंग और ट्रैवल हिस्ट्री जांची जा रही है. इनके साथ ही कोरोना के वैरिएंट की पहचान के लिए सभी मरीजों के नमूने को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भी भेजे गया है.
टोल फ्री नंबर 18004192211 जारी
बढ़ते मामलों को देखते हुए नोएडा के डीएम ने एकीकृत कंट्रोल रूम बनाकर टोल फ्री नंबर 18004192211 जारी किया है. जनता इस नंबर पर फोन कर कोरोना से संबंधित जानकारी और हेल्प मांग सकती है. इसके साथ ही इस कंट्रोल रुम से होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों पर भी नजर रखी जा रही है. सीएमओ ने जानकारी दी है कि आने वाले दो दिनों में जांच का दायरा भी बढ़ाया जाएगा.
नए वैरिएंट के लक्षण काफी हद तक ओमीक्रोन जैसे ही हैं
वैसे राहत बात ये है कि नया वैरिएंट ज्यादा घातक नहीं है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसके लक्षण भी काफी हद तक ओमीक्रोन जैसे ही हैं. इसमें भी तेज बुखार, खांसी, गले में खराश, बदन दर्द, सिर में दर्द, सर्दी जैसे लक्षण नज़र आते है. इसके थ ही सूंघने और टेस्ट करने की क्षमता नहीं और जा दोनों सकती है. हलांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसके ज्यादातर मरीज़ घर पर रहकर ही ठीक हो जा रहे हैं.
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