कर्नाटक: वो कहावत आपने जरूर सुनी होगी कि राजनीति में कोई भी अपना तो क्या पराया भी नहीं होता. राजनीति के मैदान में मोहरों का बदलना शतरंज से भी तेज रफ्तार में होता है. कुछ ऐसा ही हुआ है कर्नाटक में बीजेपी के साथ. अभी तक दुसरी पार्टियों के नेताओं को अपने खेमें में कर विपक्ष को झटका देने वाली बीजेपी को खुद तगड़ा झटका लगा है.
बता दें कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. बेंगलुरु में कांग्रेस दफ्तर में उन्होंने पार्टी ज्वाइन की. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता सिद्धारमैया, केसी वेणूगोपाल, रणदीप सुरजेवाला और कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार भी वहां मोजूद रहे.
इस बीच कांग्रेस में शामिल होते ही जगदीश शेट्टार ने कहा, ‘कल मैंने बीजेपी से अपना इस्तीफा दिया और आज मैं कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहा हूं. एक विपक्षी नेता के रूप में कई लोग हैरान हैं, पूर्व CM और पार्टी अध्यक्ष कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं. भाजपा ने मुझे हर पद दिया है और पार्टी कार्यकर्ता होने के नाते मैंने हमेशा पार्टी के विकास के लिए काम किया है.’
इसी के साथ बीजेपी छोड़ने और कांग्रेस का दामन थामने की वजह पर रौशनी डालते हुए शेट्टार ने कहा, मैंने सोचा था कि एक वरिष्ठ नेता होने के नाते मुझे टिकट मिल जाएगा लेकिन जब मुझे पता चला कि मुझे टिकट नहीं मिल रहा है. तो मैं हैरान था। किसी ने मुझसे बात नहीं की, किसी ने मुझे इसका आश्वासन भी नहीं दिया कि आगे मुझे क्या पद मिलेगा.
इस बीच राजनीतिक गलियारों में भी सवाल उठा की क्या कांग्रेस ने शेट्टार को पैसा देकर खरीदा इस पर सफाई देते हुए कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि जगदीश शेट्टार की तरफ से कोई मांग नहीं है, हमने कुछ भी ऑफर नहीं किया है. वो पार्टी के सिद्धांतों और नेतृत्व से सहमत है. हम देश को एकजुट रखना चाहते हैं और यह केवल कांग्रेस ही कर सकती है.

