दिल्ली : बीजेपी लगातार पूरे साल चुनावी मोड में रहती है. चुनाव चाहे राज्यों के हों या फिर लोकसभा के, पार्टी की डेडिकेटेड टीम तैयारी में लगी रहती है. इस समय बीजेपी दक्षिण भारत में कमल खिलाने के मिशन में जुटी हुई है.
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कर्नाटक में विधानसभा के भी चुनाव होने हैं. इसे देखते हुए पार्टी ने 3 महसचिवों की अगुवाई में एक टीम का गठन किया है . बीजेपी की लगातार कोशिशों के बावजूद दक्षिण भारत में अब तक बीजेपी अपनी पहचान और पैठ बनाने में कामयाब नही हो पाई है .कर्नाटक के अलावा किसी दूसरे राज्य में बीजेपी की सरकार नहीं है.
आंकड़ों के आइने से देखें तो पूरे दक्षिण भारत के 5 राज्यों कर्नाटक (28) , केरल(20), तमिलनाडु (39), आंध्रप्रदेश (25)और तेलंगाना (17) को मिलाकर लोकसभा की 129 सीट हैं लेकिन इनमें से 100 सीटों पर भी बीजेपी नहीं है.
बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब पीएम मोदी के निर्देश पर बीजेपी ने ‘प्लान साउथ’ को एक्टिवेट कर दिया हैं, ताकि दक्षिण के किले में सेंध लगाई जा सके.
कर्नाटक को लेकर बीजेपी का प्लान
दक्षिण भारत के राज्यों में बीजेपी कर्नाटक में कमल खिलाने में कामयाब रही है . इसलिए एक बार फिर से पार्टी यहां अपनी पूरी ताकत लगा रही है .पीएम मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित बीजेपी शासित राज्यों के बड़े नेता को कर्नाटक के दौरे कर रहे हैं . यहां का प्रबंधन देखन के लिए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद प्रधान और महासचिव अरुण सिंह को लगाया गया है.
येदुरप्पा को साधने की कवायद
कर्नाटक में बीजेपी को सबसे पहले सफलता का स्वाद येदुरप्पा के नेतृत्व में मिला था, यही कारण है कि पीएम मोदी के निर्देश पर लिंगायत समुदाय को साधने के लिए बीजेपी ने येदयुरप्पा को लगाया है. कर्नाटक में लिंगायत समुदाय का बड़ा असर माना जाता है. माना जाता है कि राज्य में किसकी सरकार बनेगी इस समुदाय के वोट से तय होता है.
आंतरिक कलह से बचने के निर्देश
कर्नाटक में बीजेपी आलाकमान कि तरफ से ये साफ निर्देश है कि किसी भी सूरत में आंतरिक कलह से बचा जाये.बड़े नेताओं को आंतरिक कलह से बचने के निर्देश दिए गए हैं.
30 फीसदी तक कट सकते हैं मौजूदा विधायकों के टिकट
कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी करीब 30 फीसदी विधायकों के टिकट काटने वाली है . किसी भी तरह के एंटी इन्कंबेंसी से बचने के लिए पार्टी विधानसभा चुनाव में नये लोगों को टिकट देने की तैयारी में है . दूसरी तरफ जनता तक पहुंचने के लिए चार रथयात्राएं पूरे प्रदेश में निकाली जा रही है.
केरल के लिए बीजेपी का प्लान 2024
बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केरल में बीजेपी मिशन अल्पसंख्यक पर तेजी से काम कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर बीजेपी ने केरल में मुस्लिम और ईसाई अल्पसंख्यकों तक पहुंच बढ़ाने का कार्यक्रम बनाया है.हैदराबाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी ने स्नेह संवाद आयोजित करने को कहा था .
वहीं दो मार्च को पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में जीत के बाद बीजेपी मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भी पीएम मोदी ने कहा था कि केरल में बीजेपी गठबंधन सरकार बनाएगी. उन्होंने इन राज्यों में ईसाई मतदाताओं से मिले समर्थन का ज़िक्र भी किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि केरल में लेफ्ट और कांग्रेस में कुश्ती होती है और त्रिपुरा में दोस्ती करते हैं.
आपको बता दें कि केरल में 18% ईसाई, 28% मुसलमान और 54% हिंदू हैं. राजनीतिक मतभेदों के चलते कई लोग एक दूसरे के घर नहीं जाते हैं.बीजेपी ने वहां एक नई शुरुआत की है.पिछले साल क्रिसमस के सप्ताह में बीजेपी के हज़ारों कार्यकर्ता ईसाइयों के घर उपहार के साथ गए.
बताया जा रहा है कि इस साल नौ अप्रैल को ईस्टर संडे पर दस हज़ार बीजेपी कार्यकर्ता एक लाख ईसाइयों के घर जाएंगे.
पंद्रह अप्रैल को विशु के पावन पर्व पर हिंदू कार्यकर्ताओं के घरों पर ईसाइयों को बुलाया जाएगा.
अप्रैल के तीसरे सप्ताह में ईद पर मुसलमानों के घरों पर बीजेपी कार्यकर्ता जाएंगे.
बीजेपी नेताओं के अनुसार उसकी इस पहल को लेफ्ट-कांग्रेस ने नोटिस किया है और क़रीब से इस पर नज़र रखी जा रही है. जबकि आम लोगों ने इस पहल का स्वागत किया .बीजेपी इस कार्यक्रम को और भी आगे लेकर जाएगी.
थैंक्यू मोदी कार्यक्रम के तहत लाभार्थियों से चर्चा भी की जा रही है. दस- बारह हज़ार लोगों के थैंक्यू मोदी के वीडियो मलयालम में आ चुके हैं.
तेलंगाना में ‘मिशन साउथ’
तेलंगाना दक्षिण भारत का ऐसा राज्य जहां बीजेपी को सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं. इसका कारण है राज्य के मुख्यमंत्री की बेटी का शराब घोटाले में संलिप्त होने की खबर . सीएम केसीआर के घोटाले को एक्सपोज़ करने के लिए बीजेपी तेलंगाना में प्रजाघोषा यात्रा निकाल रही है, साथ ही बीजेपी ने अपने सबसे ताकतवर महामंत्रियों सुनील बंसल और तरुण चुग को तेलंगाना में उतार दिया है.
तेलंगाना के बीजेपी के नेताओं को कहा गया है की जो नेता टीडीपी और टीआरएस से नाराज़ हैं उनको अपनी पार्टी से जोड़ें. राज्य में बड़े नेताओं की रैली की झड़ी लगा देनी है. खास कर पीएम मोदी, गृहमंत्री शाह , अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की रैली होगी.