पटना ( अभिषेक झा, ब्यूरोचीफ) जदयू से अलग होने के बाद उपेंद्र कुशवाहा इन दिनों विरासत बचाओ नमन यात्रा पर निकले हुए हैं. अपनी इस यात्रा में वह लगातार बिहार सरकार की कमियों को गिना रहे हैं. वहीं, इस बात की भी चर्चा तेज है कि कुशवाहा जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे . लेकिन जब ये सवाल कुशवाहा से पूछा गया तो उन्होनें कहा कि मैं मर जाऊंगा लेकिन कभी भी बीजेपी में शामिल नहीं होउंगा.
उपेंद्र कुशवाहा के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा
जदयू छोड़ने और अपनी नई पार्टी बनाने के बाद उपेंद्र कुशवाहा इन दिनों विरासत बचाओ समाधान यात्रा पर निकले हुए हैं. इस यात्रा के दौरान कुशवाहा शुक्रवार को फारबिसगंज में मौजूद थे .यहां पत्रकारों ने जब उनसे सवाल किया कि क्या वे बीजेपी शामिल हो रहे हैं, तो इसके जवाब में उन्होने कहा कि उन्हें मरना स्वीकार है लेकिन बीजेपी में जाना स्वीकार नहीं है. हालांकि इससे पहले भी जब कुशवाहा जेडीयू का हिस्सा थे तब इस बात की चर्चा तेज थी कि वो बीजेपी में शामिल होंगे लेकिन पहले भी कुशवाहा ने कहा था कि वो बीजेपी में शामिल नहीं होना चाहते हैं.
इसके अलावा उपेंद्र कुशवाहा ने कुछ दिन पहले नीतीश कुमार को बड़ा झटका दिया है। कई बड़े नेता जदयू छोड़कर उपेंद्र की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल के साथ आ गए हैं। जिसके बाद अब जब इस मसले को लेकर कुशवाहा से सवाल किया गया तो उन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि, मैं कसी भी पार्टी में चुनाव से पहले तोड़- फोड़ करने की सोच नहीं रखता हूं.
बिहार में गणित पर टिकी है सरकार – उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha)
उपेंद्र कुशवााहा से जब पूछा गया कि बिहार में अब उनकी क्या रणनीति होगी तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि बिहार सरकार गणित का खेल है, जिसके पास जितना बहुमत है वह सरकार बना लेगा.मेरा कोई मकसद नहीं है कि मैं किसी पार्टी में तोड़ -फोड़ कर दलबदल करवा दूं. सरकार को बनाने या फिर सरकार को गिराने में मेरा कोई इंटरेस्ट नहीं है. अगर कोई कहे भी कि जदयू में वापस आ जाओ तो मैं उनकी बातों को कभी सीरियस नहीं लुंगा. मैं चुनाव में जीत कर आने वाला नेता हूं ना कि तोड़फोड़ कर बनने वाला नेता .
सुधाकर सिंह पर महागठबंधन के महान नेता है !
राजद नेता सुधाकर सिंह की तरफ से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर की जा रही तल्ख टिप्पणियों पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सुधाकर सिंह का जो प्रकरण है वह कोई व्यक्तिगत मामला नहीं है ,बल्कि राज्य सरकार और राज्य के लोगों के बीच का मामला है. महागठबंधन के महान विधायक है उसके बावजूद वह कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री जी शिखंडी हैं. मुख्यमंत्री को बेशर्म भी बताते हैं, यहां तक कह डालते हैं कि मुख्यमंत्री जी कोटरा लेकर घूमते हैं.