Delhi Arms Smuggling Gang : दिल्ली के लाल किले के पास हुए भीषण धमाके के महज 10 दिन के भीतर दिल्ली में एक बार फिर से अवैध हथियारों का जखीरा मिला है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे अंतर्राष्ट्रीय हथियार तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है , जिसके तार पाकिस्तान, चीन और तुर्किये से जुड़ा पाया गया है. दिल्ली पुलिस का दावा है कि इस हथियार के नेटवर्क संचालन में पूरी तरह से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का हाथ है.
🚨 ARSC, CRIME BRANCH, DELHI CRACKS MAJOR INTERNATIONAL ARMS TRAFFICKING MODULE! 🚨
💥 MODULE LINKED TO ISI-BACKED GLOBAL ARMS NETWORK BUSTED 💥🔻 KEY HIGHLIGHTS OF THE OPERATION 🔻
• High-end foreign-made weapons — Turkiye (PX-5.7) & China (PX-3) — smuggled from Pakistan via… pic.twitter.com/thAvLnj30t
— Crime Branch Delhi Police (@CrimeBranchDP) November 22, 2025
Delhi Arms Smuggling Gang : हथियारों के साथ 4 लोग गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चार तस्करों को गिऱफ्तार किया है, इनके नाम मंदीप, दलविंदर, रोहन और अजय हैं. इन चारों आरोपियों के पास से 10 सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टलें और 92 जिंदा कारतूस मिले हैं. इन हथियारों में पिस्टल्स तुर्किए में मेनिफेक्चर्ड PX-5.7 और चीन में मेनिफेक्चर्ड PX-3 हैं.आमतौर पर ये हाई टेकनीक वाले हथियार स्पेशल सिक्योरिटी फोर्सेस और सुरक्षा एजेंसियों के द्वारा इस्तेमाल किये जाते हैं.
हथियारों तस्करी का ISI का कनेक्शन
गिरोह के भंडाफोड़ के बाद हुई जांच में ये पता चला है कि जो हथियार भारत में लाये जा रहे हैं, उन्हें पहले तुर्किए और फिर चीन के रास्ते पाकिस्तान भेजा जाता था. इसके बाद ISI की मदद से इन्हें भारत में तस्करी के माध्यम से प्लांट किया जा रहा था. हथियारों को पाकिस्तान की सीमा से सटे पंजाब के प्रांत में ड्रोन के जरिए भेजा जाता और फिर पंजाब से दिल्ली और दूसरे राज्यों में मौजूद अपराधियों और गैंगस्टरों तक इसकी डिलिवरी की जाती थी. पुलिस के मुताबिक ये गिरोह एक संगठित नेटवर्क की तरह काम कर रहा था और इसका मसकद भारत के शहरो में खून-खराबा करके भय का माहौल पैदा करना था.
गहराई की जांच में जुटी एजेंसियां
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच अब ये पता लगाने में जुटी है कि भारत में इस गिरोह की जड़े कितनी गहरी हो गई हैं ? इस गिरोह ने अब तक कितने हथियार बेच दिये हैं और उनके हथियार किन गैंगस्टरो या गिरोहों तक पहुंचे हैं. क्राइम ब्रांच लगातार डिजिटल फुटप्रिंट , मोबाइल फोन्स , बैंक ट्रांजेक्शन और सोशल मीडिया एक्टिविटी को ट्रैक कर रही है. पुलिस को शुरुआती जांच में ही ये संकेत मिलने लगे है कि हथियारों की सप्लाई में कई लोकल अपराधी और गैंग्स भी सक्रिय रुप से जुड़े हुए हैं.
पुलिस के मुताबिक जिन चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है , वे लोग केवल इसकी डिलिवरी और हैंडलिंग से जुड़े थे, जबकि इसकी पूरी योजना ISI के इशारे पर चल रहा थी.
दिल्ली पुलिस का दावा है कि इस गिरोह को पकड़ने क बाद भारत में ISI के इरादों को बड़ा झटका लगा है. ये नेटवर्क अंतराष्ट्रीय हथियारों की तस्करी करने वाला एक बड़ा तंत्र था. जांच एजेंसी इन चार आरोपियों और इनसे मिले सबूतों के आधार पर पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने की योजना बना रही हैं.

