Maharashtra BJP Parivarvad: खानदानी राजनीति पर निशाना साधने वाली भाजपा ने महाराष्ट्र में सिद्ध कर दिया कि ;परिवारवाद’ सिर्फ चुनावी जुमला है. भाजपा से स्थानीय निकाय चुनाव में एक ही परिवार के 6 लोगों ने नॉमिनेट कर सबको हैरान कर दिया. भाजपा के इस परिवारवाद को लेकर पूरे प्रदेश में चर्चा हो रही है. यहां सत्ता गठबंधन और विपक्ष दोनों ही अपनी आंतरिक चुनौतियों से जूझते दिख रहे हैं.
कांग्रेस का परंपरागत गढ़ माने जाने वाले नांदेड़ में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के बीजेपी में शामिल होने के बाद चुनावी समीकरण बदले-बदले नजर आ रहे हैं. लोहा नगर परिषद में बीजेपी ने ऐसा दांव चला है जिसने इसकी चर्चा सिर्फ नांदेड़ ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में हो रही है. क्योंकि परिवारवाद का मुद्दा बनाकर विपक्ष को घेरने वाली भाजपा ने एक ही परिवार के 6 लोगों को चुनावी मैदान में उतारा है.
एक ही परिवार में 6 लोगों को टिकट
लोहा में बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) गठबंधन ने नगर परिषद अध्यक्ष पद के लिए गजानन सूर्यवंशी को उम्मीदवार बनाया है. इसमें सबसे दिलचस्प बात यह है कि पार्टी ने सूर्यवंशी परिवार के 5 और सदस्यों को भी अलग-अलग वार्डों से टिकट दे दिया. भाजपा की इस सूची में गजानन सूर्यवंशी की पत्नी, भाई, भाभी, जीजा और भतीजे की पत्नी शामिल हैं.
नॉमिनेशन वापस लेने की अंतिम डेट आज
गजानन सूर्यवंशी की पत्नी गोदावरी सूर्यवंशी ने वार्ड 7A, भाई सचिन सूर्यवंशी-वार्ड 1A, भाभी सुप्रिया सूर्यवंशी-वार्ड 8A, जीजा युवराज वाघमारे-वार्ड 7B और भतीजे की पत्नी रीना वयावरे ने वार्ड 3 से स्थानीय निकाय चुनाव में नॉमिनेशन किया है. आज 21 दिसंबर को नाम वापस लेने की अंतिम डेट है. स्थानीय निकाय के इन चुनावों के लिए 2 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. 3 दिसंबर को वोटों की गिनती के साथ नतीजे आएंगे.
पूर्व सीएम अशोक चव्हाण की प्रतिष्ठा दांव पर
बता दें, नांदेड़ में स्थानीय निकाय चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा एमपी अशोक चव्हाण की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. परिणाम क्या होंगे यह तो नतीजे आने के बाद ही क्लियर हो पाएंगे. लेकिन इस चुनाव में 6 लोगों के एक ही परिवार से चुनाव लड़ने के बाद सबकी निगाहें टिकी हुई हैं.
विपक्ष ने साधा निशान
भाजपा द्वारा एक ही परिवार के 6 सदस्यों को टिकट दिए जाने के बाद विपक्षी दल एनसीपी अजित पवार गुट के विधायक प्रताप पाटिल चिखलीकर ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधा है, उन्होंने भाजपा सांसद अशोक चव्हाण कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा को लोहा में उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे, इसलिए एक घर के लोगों को प्रत्याशी बना दिया. इतना ही नहीं उन्होंने पार्टी नेतृत्व से इस मामले को गंभीरता से लेने की अपील की है और इसका जिम्मेदार अशोक चव्हाण को जिम्मेदार ठहराया है.

