2026 में सैलरी बढ़ेगी या घटेगी ये काफी हद तक देश की आर्थिक स्थिति, महंगाई, इंडस्ट्री की ग्रोथ और कंपनियों की फाइनेंशियल हेल्थ पर निर्भर करता है. लेकिन एक नए सर्वे से पता चलता है कि 2026 में भारतीय उद्योग जगत में सैलरी में ग्रोथ कम रह सकती है, जबकि कर्मचारियों का टर्नओवर पिछले साल जितना ही रहने की उम्मीद है |.ह्यूमन रिसोर्स कंसल्टिंग फर्म OMAM’s की वेतन और एट्रिशन ट्रेंड्स: इंक्रीमेंट आउटलुक रिपोर्ट 2026 के मुताबिक, 2026 में एवरेज सैलरी ग्रोथ पिछले साल के 9.1% की तुलना में 8.9% रहने का अनुमान है. जबकि विभिन्न उद्योगों में औसत एट्रिशन लगभग 13.6% रहने की उम्मीद है |
IT सेक्टर का बुरा हाल
इस साल सितंबर और अक्टूबर के बीच किए गए इस सर्वे से पता चलता है कि आर्थिक अनिश्चितता और मंदी पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के कारण नियोक्ता अपने मुआवजे के बजट पर लगाम लगा कर रहे हैं. OMAM’s की रिपोर्ट के मुताबिक, IT सेक्टर में औसत सैलरी ग्रोथ 2025 के 8.2% से घटकर 2026 में 7.0% रह सकती है, जबकि ई-कॉमर्स में ये 10.0% से घटकर 9.2% रहने की उम्मीद है. FMEG और FMCD के लिए ये 9.5% से घटकर 8.7% होने की उम्मीद है, जबकि ऑटोमोबाइल क्षेत्र में ये 10.5% से घटकर 9.8% रहने की उम्मीद है |
कम्युनिकेशन सेक्टर में होगी ग्रोथ
IT, ई-कॉमर्स, फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG), फास्ट-मूविंग कंज्यूमर ड्यूरेबल्स (FMCD) और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में वेतन ग्रोथ में कमी सबसे अधिक दिखाई दे रही है. OMAM के सर्वे से पता चलता है कि मुख्य औद्योगिक क्षेत्रों में भी वेतन ग्रोथ धीमी पड़ रही है. बीमा सेक्टर में वेतन वृद्धि 9% के स्तर पर बने रहने की उम्मीद है. दूरसंचार एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जिसमें ग्रोथ देखी गई है Y 9% से बढ़कर 9.1% हो सकता है |
IT सेक्टर में सबसे अधिक पलायन
IT सर्विस सेक्टर में कर्मचारियों का पलायन सबसे अधिक है, यहां प्रत्येक 5 में से एक (20%) कर्मचारी बेहतर अवसरों की तलाश में नौकरी बदलने का विचार कर रहा है. बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं और रिटेल और ई-कॉमर्स जैसे अन्य हाई डिमांड वाले क्षेत्रों में भी अट्रिशन (कर्मचारी पलायन) 17–18% के लेवल तक बढ़ता हुआ देखा जा रहा है |

