Wednesday, November 19, 2025

मोक्षदा एकादशी कब है? रहेगा भद्रा का साया, दिन में लगेगा पंचक भी, जानें तारीख, मुहूर्त और पारण समय

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मोक्षदा एकादशी हर साल मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है. इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करते हैं. इस बार मोक्षदा एकादशी के दिन भद्रा का साया है और पंचक भी रहेगा. इस व्रत को करने से मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है. यदि आपके पितरों को मोक्ष नहीं मिला है तो आप मोक्षदा एकादशी पर उनका उद्धार करा सकते हैं. आइए जानते हैं कि मोक्षदा एकादशी कब है? मोक्षदा एकादशी का मुहूर्त, भद्रा, पंचक और पारण समय क्या है?
मोक्षदा एकादशी तारीख

दृक पंचांग के अनुसार, मोक्षदा एकादशी के लिए मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी तिथि का प्रारंभ 30 नवंबर दिन रविवार को रात 9 बजकर 29 मिनट पर होगा. यह तिथि 1 दिसंबर दिन सोमवार को शाम 7 बजकर 1 मिनट तक मान्य रहेगी. ऐसे में उदया ति​थि के आधार पर मोक्षदा एकादशी का व्रत 1 दिसंबर सोमवार को रखा जाएगा.

इस साल की मोक्षदा एकादशी के दिन व्यतीपात योग और रेवती नक्षत्र है. व्यतीपात योग प्रात:काल से लेकर देर रात 12 बजकर 59 मिनट तक है. उसके बाद से वरीयान योग बनेगा. मोक्षदा एकादशी पर रेवती नक्षत्र प्रात:काल से लेकर रात 11 बजकर 18 मिनट तक है, फिर अश्विनी नक्षत्र है.
मोक्षदा एकादशी मुहूर्त
1 दिसंबर को मोक्षदा एकादशी पर ब्रह्म मुहूर्त 05:08 ए एम से 06:02 ए एम तक है. उस दिन का अभिजीत मुहूर्त यानि शुभ समय दिन में 11 बजकर 49 मिनट से दोपहर 12 बजकर 31 मिनट तक है. मोक्षदा एकादशी की पूजा का शुभ मुहूर्त अमृत-सर्वोत्तम समय में सुबह 06 बजकर 56 मिनट से सुबह 08 बजकर 15 मिनट तक है. इसके अलावा आप शुभ-उत्तम मुहूर्त सुबह 09 बजकर 33 मिनट से सुबह 10 बजकर 52 मिनट के बीच पूजा कर सकते हैं. भद्रा से पूर्व पूजा कर लेना उत्तम रहेगा.

भद्रा में है मोक्षदा एकादशी, पंचक भी
इस बार मोक्षदा एकादशी पर भद्रा का साया है और पंचक भी लगा रहेगा. मोक्षदा एकादशी पर भद्रा सुबह में 8 बजकर 20 मिनट से शाम 7 बजकर 01 मिनट तक है. इस भद्रा का वास धरती पर होगा. ऐसे में आप भद्रा में कोई शुभ कार्य न करें. इस दिन पंचक 06:56 ए एम से रात 11:18 पी एम तक है. यह भद्रा गुरुवार से शुरू हो रही है, इसका अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता है.
मोक्षदा एकादशी पारण समय
यदि आप 1 दिसंबर को मोक्षदा एकादशी व्रत रखते हैं तो व्रत का पारण 2 दिसंबर दिन मंगलवार को होगा. पारण का समय सुबह 6 बजकर 57 मिनट से सुबह 9 बजकर 3 मिनट तक है. पारण वाले दिन द्वादशी तिथि का समापन दोपहर 3 बजकर 57 मिनट पर होगा.

मोक्षदा एकादशी का महत्व
मोक्षदा एकादशी के दिन व्रत करने और विष्णु पूजा करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. जीवन के अंत में हरि कृपा से बैकुंठ में स्थान मिलता है. जीवात्मा को कष्ट और पाट मिट जाते हैं.

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