बुधवार दोपहर बिहार में महागठबंधन की सरकार का शपथग्रहण कार्यक्रम हुआ. इसमें बतौर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शपथ ली. जबकि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव उनके डिप्टी बने. नीतीश का ये बतौर बिहार के सीएम आठवां शपथग्रहण समारोह था. वह 6 बार एनडीए और अब दूसरी बार महागठबंधन के मुख्यमंत्री बने है. फिलहाल सिर्फ दो ही लोगों के शपथ ग्रहण के साथ सरकार का गठन हुआ है. मंत्रिमंडल का विस्तार बाद में होगा.
इस बार नीतीश कुमार 7 पार्टियों की सरकार के मुखिया है. महागठबंधन में जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस, हम, सीपीआई एमएल, सीपीआई, सीपीएम शामिल है. लेफ्ट को छोड़कर बाकी सभी पार्टियां सरकार का हिस्सा है. बताया जा रहा है कि सरकार में शामिल होने को लेकर लेफ्ट आज फैसला लेगा.
इससे पहले मंगलवार को शाम चार बजे से थोड़ा पहले नीतीश राजभवन पहुंचे और अपने इस्तीफे के साथ-साथ 164 सांसदों के समर्थन से नई सरकार बनाने की बात भी कर ली. राजभवन से निकल नीतीश ने एनडीए की टूट का एलान किया और कहा कि सभी की राय थी कि अब एनडीए छोड़ देना चाहिए. राजभवन से नीतीश कुमार आरजेडी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रबड़ी देवी के आवास गए. वहां 6 पार्टियों के नेता पहले से मौजूद थे. थोड़ी देर की मीटिंग के बाद नीतीश तेजस्वी यादव के साथ मुसकुराते हुए बाहर आए. और शाम एक बार और राजभवन जाने की बात कही.
शाम करीब 6 बजे नीतीश कुमार के नेतृत्व में आरजेडी कांग्रेस समेत 7 पार्टियों के नेता जिसमें तेजस्वी यादव के साथ साथ ललन सिंह,अजीत सिंह,जीतन राम मांझी,विजय चौधरी और श्रवण कुमार शामिल थे राज्यपाल से मिले और 164 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपा. पत्र में जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायकों के नाम शामिल थे.