नई दिल्ली: भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम में जगह नहीं मिलने के बाद उनके अंतरराष्ट्रीय करियर को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई अब शमी को दोबारा भारतीय टीम में शामिल करने के मूड में नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ समय में शमी के घरेलू क्रिकेट प्रदर्शन खास नहीं रहे हैं और 35 वर्ष की उम्र पार करने के बाद उनका टीम में वापसी करना अब काफी मुश्किल माना जा रहा है।
चोट और प्रदर्शन ने बढ़ाई मुश्किलें
शमी ने भारत के लिए आखिरी बार मार्च 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान खेला था। उसके बाद चोटों के चलते वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर रहे और केवल घरेलू मैचों में ही हिस्सा लिया, लेकिन वहां भी उनके प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं को प्रभावित नहीं किया।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने द टेलीग्राफ से कहा, 'इस वक्त शमी के लिए टीम इंडिया में वापसी करना काफी मुश्किल होता जा रहा है। दलीप ट्रॉफी मैच में भी वह ज्यादा प्रभावी नहीं रहे, बस एक-दो स्पेल अच्छे थे। साथ ही, अब उनकी उम्र बढ़ रही है और गति में भी पहले जैसी धार नहीं दिखी।' उन्होंने आगे कहा कि शमी को अगर आईपीएल में खेलना जारी रखना है तो उन्हें घरेलू क्रिकेट में नियमित रूप से हिस्सा लेना होगा।
रणजी में वापसी की तैयारी
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि शमी ने बंगाल की रणजी ट्रॉफी टीम के लिए खेलने की इच्छा जताई है। बंगाल इस साल की रणजी ट्रॉफी का आगाज 15 अक्तूबर से उत्तराखंड के खिलाफ करेगा। बंगाल के मुख्य कोच लक्ष्मी रतन शुक्ला ने कहा, 'मैंने करीब छह-सात दिन पहले शमी से बात की थी। उन्होंने खेलने की इच्छा जताई है। इसलिए हमारी तरफ से हम उनके उपलब्ध होने को लेकर आशावादी हैं।'
हालांकि, क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) ने अभी तक उनके चयन पर अंतिम फैसला नहीं लिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, 'हम जल्द ही लक्ष्मी के साथ बैठकर टीम चयन को लेकर चर्चा करेंगे, शायद मंगलवार तक फैसला हो जाएगा।'
भविष्य अनिश्चित लेकिन उम्मीद बाकी
भले ही रिपोर्ट में शमी की टीम इंडिया में वापसी को लेकर निराशाजनक बातें कही गई हैं, लेकिन बंगाल के लिए खेलने की उनकी तैयारी यह दिखाती है कि वह अब भी मैदान से दूर नहीं होना चाहते। आने वाले रणजी सत्र में उनका प्रदर्शन ही यह तय करेगा कि क्या भारतीय क्रिकेट में उनके लिए कोई दरवाजा अब भी खुला है या नहीं।