भोपाल: मध्य प्रदेश में औसत बारिश का कोटा पूरा हो चुका है. अब जो भी बारिश हो रही है वो अतिरिक्त बारिश है. मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में एक बार फिर तेज बारिश का दौर लौटने की संभावना जताई है. इस अनुमान ने मध्य प्रदेश के किसानों की टेंशन बढ़ा दी है. जिन किसानों ने मानसून के साथ ही धान की बुवाई की थी, उनकी फसलें अब खेतों में सूखने लगी हैं. इसके साथ ही उड़द और मूंग की फसलें भी काटने लायक हो गई हैं. ऐसे में यदि बारिश होती है, तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा.
मध्य प्रदेश में औसत से 21 प्रतिशत अधिक बारिश
मध्य प्रदेश में मानसून की बारिश का कोटा 37 इंच तक है, लेकिन इस बार प्रदेश में 45.2 इंच पानी गिर चुका है. अभी अगले एक सप्ताह और प्रदेश में बारिश होने का अनुमान है. प्रदेश में अब तक सबसे अधिक बारिश गुना में 65.6 इंच दर्ज की गई है. इसके साथ ही मंडला में 62.5 इंच, रायसेन में 62 इंच, नरसिंहपुर में 58.5 इंच और अशोकनगर में 56.2 इंच बारिश हो चुकी है. मौसम विभाग ने इस हफ्ते प्रदेश के अधिकतर जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना जताई है.
अधिक बारिश से गेहूं की बुवाई भी होगी प्रभावित
भोपाल के खजूरी कला ग्राम के किसान लखपति राजपूत ने बताया कि "खेतों में फसलें कटाई के लिए तैयार है. यदि अब और बारिश हुई तो कटी हुई धान की फसलें काली पड़ जाएंगी और उनका रंग खराब हो जाएगा, जिससे वे बाजार में बेचने लायक नहीं रहेंगी." अक्टूबर में भारी बारिश से चावल, दालें, कपास और सोयाबीन जैसी फसलों को गंभीर नुकसान हो सकता है. इसके कारण भारत के कुछ हिस्सों में गेहूं की बुवाई में भी देरी हो सकती है, जो दुनिया में विभिन्न प्रकार की कृषि वस्तुओं का अग्रणी उत्पादक है.
4 अक्टूबर से फिर शुरू होगा बारिश का दौर
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक दिव्या ई सुरेंद्रन ने बताया कि "अक्टूबर के पहले सप्ताह में मध्य प्रदेश से मानसून विदा हो जाता है, लेकिन अभी प्रदेश में बारिश की संभावना बनी हुई है. एक से दो दिनों में बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर सिस्टम एक्टिव होगा. जिससे 4 अक्टूबर के बाद एक बार फिर प्रदेश में भारी बारिश का दौर देखने को मिलेगा. इस दौरान दोपहर और शाम को गरज-चमक के साथ भारी बारिश होने की संभावना है, लेकिन इसके बाद प्रदेश से मानसून की विदाई तय है."
2 सिस्टम सक्रिय होने से जारी रहेगी बारिश
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि मध्य प्रदेश में इस समय 2 मौसम तंत्र सक्रिय हैं. पहला कम दबाव का क्षेत्र गुजरात के खंभात की खाड़ी तक बना हुआ है. जबकि दूसरा एक ट्रफ लाइन है जो गुजरात से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैली है. इन दोनों सिस्टम के असर से प्रदेश में रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में प्रदेश के पूर्वी संभागों में बारिश के आसार है, शेष संभागों में मौसम शुष्क रहेगा.
इस सप्ताह ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग ने 30 सितंबर से 4 अक्टूबर तक मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है. इसके अनुसार अगले 4 दिन यानी 3 अक्टूबर तक प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है. जबकि 4 अक्टूबर से एक बार फिर मानसून का सिस्टम स्ट्रांग होगा. मौसम वैज्ञानिकों ने 4 अक्टूबर को पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा और बैतूल में भारी बारिश की संभावना जताई है. इन जिलों में 4.5 इंच तक बारिश हो सकती है. वहीं 7 अक्टूबर तक प्रदेश में तेज बारिश होने की संभावना है.