बिहार के मुजफ्फरपुर में नवरात्र के दौरान अहले सुबह बड़ा हादसा हो गया। काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के मारीपुर रोड स्थित एक मकान के दूसरे तल्ले पर सो रहे एक ही परिवार के पांच सदस्य आग की चपेट में आ गए। इस घटना में सभी लोग घर में फंसे रहे और मदद के लिए चीखते-चिल्लाते रहे। उनकी आवाज पास की सड़क पर ड्यूटी कर रहे एक निजी गार्ड ने सुनी, जिसके बाद घटना की जानकारी लोगों और प्रशासन तक पहुंची।
सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग और पुलिस मौके पर पहुंची। दरवाजा तोड़कर सभी लोगों को बाहर निकाला गया। बताया जा रहा है कि आग अखंड दीप से लगी थी। पहले आग एक कमरे में लगी और फिर फैलते हुए दूसरे कमरे तक पहुंच गई। धीरे-धीरे पूरी फ्लैट आग की लपटों में घिर गया। आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत की और करीब एक घंटे बाद स्थिति नियंत्रित की। इस बीच सभी झुलसे हुए लोगों को इलाज के लिए एसकेएमसीएच मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
घटना में झुलसे लोगों की पहचान 60 वर्षीय गणेश प्रसाद गुप्ता, 40 वर्षीय सनी कुमार, 37 वर्षीय डोली कुमारी, 3 वर्षीय जुगनू कुमारी और 7 वर्षीय मान्या कुमारी के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि अहले सुबह जब परिवार के लोग सो रहे थे, तभी अचानक आग लग गई। सभी लोग अंदर फंसे हुए थे और आवाज दे रहे थे। सौभाग्य से बाहर ड्यूटी कर रहे गार्ड ने उनकी आवाज सुनी, वरना लोग जानलेवा हादसे में फंस सकते थे। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोगों की भारी भीड़ भी जुट गई।
जिला अग्निशमन विभाग के अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और घर में फंसे सभी पांच लोगों को बाहर निकालकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। आग दुर्गा पूजा के अखंड ज्योति से लगी थी और इसे नियंत्रित करने में करीब एक घंटे का समय लगा। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।