कोरबा की पंप हाउस कॉलोनी में क्रिसमस से 1 दिन पहले 20 वर्षीय युवती नील कुसुम पन्ना की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी शहबाज खान और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है. सहयोगी तरबेज खान ने मुख्य आरोपी को कोरबा से भगाने में मदद किया था.
जिला पुलिस कार्यालय के सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले का खुलासा किया गया. पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि प्रेम त्रिकोण में हत्या की घटना को अंजाम दिया गया. बताया गया कि घटना के बाद आरोपी कोरबा से अंबिकापुर और फिर वहां से नागपुर चला गया था. पुलिस की चार टीमें मामले की जांच के लिए लगी हुई थी. राजनांदगांव में मौजूद पुलिस की टीम ने यात्री बस की जांच के दौरान आरोपी को गिरफ्तार किया. पूछताछ में यह बात सामने आई है कि मृतका के द्वारा दूसरे युवक को पसंद करने से नाराज होकर आरोपी ने प्रेमिका की हत्या कर दी. उसने नील को पेचकस से 51 बार गोदा.
वारदात के बाद से फरार था आरोपी शहबाज खान
मामला 24 दिसंबर का है. जानकारी के मुताबिक 20 साल की नील कुसुम को उसके प्रेमी शहबाज खान ने पेचकस घोंपकर हत्या कर दी और उसके बाद से फरार था. वो पुलिस को लगातार चकमा दे रहा था. पुलिस को वारदात की जगह से शहबाज खान के कपड़े और फ्लाइट और बसों के टिकट मिले थे. पुलिस के मुताबिक शहबाज खान हत्या की वारदात को अंजाम देने फ्लाइट से अहमदाबाद से रायपुर आया था, फिर बस से कोरबा आया. घर में घुस कर नील कुसुम की हत्या की और उसके बाद से फिर फरार हो गया था. आखिरकार पुलिस ने रविवार को शहबाज खान को राजनंदगांव से गिरफ्तार कर लिया.
कोरबा के एसइसीएल कॉलोनी की है घटना
मामले का खुलासा तब हुआ जब नील कुसुम के घर पर खून से लथपथ उसकी लाश पुलिस को मिली. उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी.पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे जा जानकारी सामने आई है जिसके मुताबिक नील कुसुम के शरीर पर 51 जख्म के निशान थे. हत्यारे ने तकिये से उसका मुंह दबा दिया था ताकि वो शोर ना कर सके.
संभवतह प्रेम त्रिकोण हत्या की वजह-पुलिस
पुलिस के सामने जो जानकारी आई है उसके मुताबिक ये सारा मामला प्रेम त्रिकोण का लग रहा है. शहबाज खान नील कुसुम का व्यायफ्रेंड था. लगातार उन दोनों की बात होती थी, इस बीच जशपुर के किसी व्यक्ति से नील की दोस्ती हो गई. कुछ समय तक उसने दोनों से बात किया बाद में शहबाज से बात करना बंद कर दिया था, लेकिन शहबाज उसे लगातार फोन कर रहा था.