गुरुग्राम: ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो प्रॉजेक्ट के निर्माण के रास्ते में आ रहे 200 से अधिक मकान और दुकानों को हटाया जाएगा। इसके लिए जल्द ही कवायद शुरू की जाएगी। गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (जीएमआरएल) ने इन मकानों व दुकानों को हटाने के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) प्रशासक से आग्रह किया है। इनमें कुछ दुकानें व मकान ऐसे हैं, जिनके पास रजिस्ट्रियां हैं। ऐसे में इनको हटवाने में कुछ समय लग सकता है। वहीं, 100 से अधिक मकान और दुकान अवैध रूप से बने हैं। इनमें से अधिकांश अवैध निर्माण बसई फ्लाईओवर के आसपास बताए जा रहे हैं। इन्हें हटाने के लिए जल्द ही नोटिस दिया जा सकता है।
30 किमी लंबा मेट्रो कॉरिडोर किया जा रहा तैयार
दरअसल, गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड करीब 30 किमी लंबा ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो कॉरिडोर तैयार कर रहा है। इसमें 28 स्टेशनों का निर्माण होना है। इस प्रॉजेक्ट पर करीब 10,266 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। शुरुआत में 6 कोच वाली ट्रेन चलाने की योजना है। मेट्रो ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन 34 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से किया जाना प्रस्तावित हैं। मेट्रो निर्माण कार्य जल्द शुरू हो सके, इसके लिए रास्ते में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
सर्वे में सामने आईं बाधाएं
बताया जा रहा है कि हाल ही में जीएमआरएल ने एक सर्वे कराया है, जिसमें मेट्रो निर्माण के रास्ते में 200 से अधिक मकान व दुकान आने की बात सामने आई है। जिसमें हीरो होंडा चौक से लेकर उमंग भारद्वाज चौक तक एक ट्रस्ट की जमीन बीच में आने के अलावा 52 बिल्डिंग, एक धार्मिक स्थल और चार सामुदायिक भवन भी बीच में आ रहे हैं। मेट्रो से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि गांव बसई फ्लाईओवर के आसपास अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए एचएसवीपी प्रशासक से मदद मांगी गई है, जल्द ही इन निर्माणों को हटाया जाएगा।