बिहार में जेडीयू के अंदर का घमासान अब चरम पर है. एक समय में सीएम नीतीश कुमार के खासमखास माने जाने वाले आरसीपी सिंह ने अब नीतीश के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है. एक दिन पहले पार्टी से भ्रष्टाचार के मामले में कारण बताओ नोटिस मिलने के बाद आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार को आइना दिखाने का मन बना लिया है और इसका मुजाहिरा उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कर दिया.आरसीपी सिंह ने जेडीयू को डूबता जहाज बताते हुए कह दिया कि नीतीश कुमार सात जन्म में प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं.
प्रेस काफ्रेंस में आरसीपी सिंह ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों का जवाब तो दिया साथ में यहां तक कह दिया कि जेडीयू में कुछ लोग मलाई खाने के बावजूद दूसरों पर उंगली उठा रहे हैं. जिनके घर शीशे के बने होते हैं वह दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते.
आरसीपी सिंह ने जद(यू) की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए कहा कि JDU डूबता हुआ जहाज है . इस जहाज को छोड़कर जल्द ही सभी साथी मेरे साथ आएंगे. CM नीतीश पर करारा हमला करते हुए RCP सिंह ने यह भी कहा कि लड़ाई मुझसे है तो मुझसे लड़ो,मेरी बच्चियों को क्यों बीच में लाया जा रहा है.
पिछले कुछ महीनों में हाशिये पर पहुंच चुके आरसीपी सिंह और सीएम नीतीश कुमार के बीच दबे छुपे चल रही लड़ाई खुलकर सामने है और अब मामला नीतीश बनाम आरसीपी हो गया है. जाहिर है इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ सकता है.
इस समय पार्टी को किसी बाहरी से नहीं बल्कि अंदर के ही लोगों से टूट का खतरा है.मौजूदा समय में जेडीयू में कोई विपक्ष नहीं बल्कि JDU गुट 1 बनाम मौजूदा JDU गुट से है…
RCP सिंह के JDU से इस्तीफा देने के बाद पार्टी में इस्तीफों का दौर शुरु हो गया है. आरसीपी सिंह के साथ बड़ी संख्या में उनके समर्थक माने जाने वाले नेताओं ने भी जदयू से इस्तीफा दे दिया है. इनमें जदयू के शिक्षा प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. कन्हैया सिंह, व्यावसायिक प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष उपेन्द्र कुमार विभूति, अति पिछड़ा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण कुमार चन्द्रवंशी, पूर्व प्रदेश महासचिव आलोक वर्धन, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष अमित सिंह, पटना के पूर्व जिलाध्यक्ष अमर कुमार सिन्हा, सेवा दल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सन्नी कुमार पटेल, सरायरंजन के पूर्व विधानसभा प्रभारी मुकेश राय शामिल हैं.इनके अलावा पटना जिला सेवा पटेल, नालंदा के पूर्व प्रवक्ता अजय कुमार पटेल, पूर्व जिला सचिव सुमन शंकर पटेल, गया के पूर्व युवा जिला दल के पूर्व प्रभारी अमितेश कुमार अध्यक्ष अमित कुमार यादव, कनक सिन्हा, अशोक कुमार मंडल ने भी इस्तीफा दिया है.
माना जा रहा है कि जेडीयू छोड़ने वाले ऐसे नेताओं की फेहरिस्त काफी लंबी हो सकती है.अभी तक जिन नेताओं ने इस्तीफा दिया है वह सीधे-सीधे आरसीपी सिंह के साथ खड़े थे लेकिन ऐसे कई नेता और कार्यकर्ता हैं जो जिलास्तर पर आरसीपी सिंह के साथ जुड़े हैं. जनता दल यूनाइटेड में ऐसे नेताओं को अब तक बहुत ज्यादा तरजीह नहीं मिल पाई है, लिहाजा आरसीपी सिंह की तरफ से नई पार्टी बनाने के ऐलान का यह इंतजार कर रहे हैं.आने वाले दिनों में नीतीश कुमार के लिए यह एक बड़ा झटका साबित हो सकता है.लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है इतने वर्षों तक नीतीश के दाहिने हाथ रहे आरसीपी सिंह के भ्रष्टाचार की कहानी क्या नीतीश कुमार को मालूम नहीं थी? क्या इतने बड़े पैमान पर भ्रष्टाचार सीएम की जानकारी के बिना संभव है? ये एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब आने वाले समय में नीतीश कुमार को देना ही होगा.