चंडीगढ़। इसी साल फरवरी में अमेरिका से सैकड़ों भारतीय डिपोर्ट किए गए थे। डंकी रूट से अमेरिका पहुंचे भारतीयों को वहां की सरकार ने अवैध करार देते हुए वापस भेजा था। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लगातार छापेमारी कर रही है। ईडी ने शुक्रवार को पंजाब और हरियाणा में डंकी रूट मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत सात ठिकानों पर छापेमारी की है।
सूत्रों के अनुसार ईडी की ये ताजा छापेमारी पंजाब के मानसा और हरियाणा के कुरुक्षेत्र व करनाल में अलग-अलग जगहों पर की है। ईडी की यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत की जा रही है। इससे पहले नौ जुलाई (बुधवार) को भी ईडी ने पंजाब और हरियाणा में 11 जगहों पर छापेमारी की थी। रेड के दौरान ईडी के हाथ कुछ अहम दस्तावेज लगे थे। इसी आधार पर शुक्रवार को फिर से छापेमारी की गई है।
प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से वीरवार को एक बयान जारी किया गया था, जिसमें कहा था कि नौ जुलाई को की गई छापेमारी में एजेंसी को 30 असली पासपोर्ट बरामद हुए हैं और ऐसे कई एजेंटों व इमिग्रेशन एजेंसियों के नाम हाथ लगे हैं जो बड़े पैमाने पर डंकी रूट के जरिये लोगों को अवैध रूप से विदेश खासकर अमेरिका भेजने के गोरखधंधे में शामिल हैं। ईडी ने कहा था कि अमेरिका जाने की चाह रखने वाले लोगों को एजेंट और दलाल ने उन्हें सही तरीके यानी वैध वीजा लगाकर विदेश भेजने का झांसा दिया था, लेकिन बाद में उन्हें डंकी रूट के जरिये कई देशों की सीमाएं पार कर, खतरनाक रास्तों से भेजा गया। इस दौरान डोंकर्स और अंतरराष्ट्रीय माफिया का सहारा लिया गया। सूत्रों के अनुसार ईडी के हाथ ऐसे सुराग भी लगे हैं जिनसे खुलासा हुआ है कि मानव तस्करों ने विदेशों में अवैध रूट्स को अंजाम देने के लिए ‘डोंकर्स’ (मानव तस्करी के रास्तों के जानकार) के साथ मिलकर काम किया।