AirIndia Plane Crash : अहमदाबाद में 12 जून को हुए भीषण प्लेन क्रैश के बाद डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) लगातार एयर इंडिया के परिचालन से लेकर एडमिनिस्ट्रेशन तक को खंगाल रहा है ताकि य़हां मौजूद आपराधिक खामियों को पकड़ा जा सके. इसी कड़ी में DGCA ने 21 जून को एअर इंडिया पर कड़ी कार्रवाई की है. DGCA ने क्रू शेड्यूलिंग विभाग के तीन सिनियर ऑफसरों को तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्देश दिया है. DGCA ने ये कार्रवाई एविएशन सेफ्टी प्रोटोकॉल के गंभीर उल्लंघन के मामले में की है.
AirIndia Plane Crash : 3 अफसरों पर लापरवाही का आरोप
DGCA ने जिन तीन अफसरों को हटाने के निर्देश दिये हैं उनके नाम है
चूरा सिंह (डिविजनल वाइस प्रेसिडेंट)
पिंकी मित्तल (चीफ मैनेजर-क्रू शेड्यूलिंग) और
पायल अरोड़ा (क्रू शेड्यूलिंग – प्लानिंग)
इन तीनों अफसरों को तत्काल क्रू शेड्यूलिंग की जिम्मेदारी से मुक्त करने के लिए कहा गया है. DGCA ने शनिवार को इन अधिकारियो को तत्काल हटाने के संबंध में आदेश जारी करते हुए बताया कि ये अधिकारी गंभीर लापरवाही में शामिल पाये गये हैं. इन्होंने बिना नियम के अनाधिकृत रुप से क्रू की तैनाती, लाइसेंसिंग और क्रू के रेस्ट के नियमों का उल्लंघन किया . इसके साथ ही व्यवस्था की निगरानी में व्यापक खामियां पाई गई हैं.
एयर इंडिया 10 दिन में सौंपे रिपोर्ट – DGCA
डीजीसीए ने तीनों अधिकारियो को तत्काल उनकी जिम्मदारियों से मुक्त करने का आदेश देने साथ साथ इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के आदेश भी दिये है. डीजीसीए ने एयर इंडिया से कहा है कि 10 दिन के अंदर ये रिपोर्ट दें कि इन तीनों अफसरों पर क्या अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है. दस दिनों अंदर रिपोर्ट सोंपने के लिए कहा गया है.DGCA ने अपने आदेश में ये भी साफ किया है कि अगली सूचना तक इन तीनों अधिकारियों को ऐसा कोई पद ना दिया जाये, जिसका सीधा संबंध फ्लाइट्स की सुरक्षा और क्रू अनुपालन पर पड़े.
एयर इंडिया को दिया कारण बताओ नोटिस
DGCA ने Air India को दो फ्लाइट्स के देरी से चलने के मामले में ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया है. ये नोटिस एयर इंडिया की बेंगलुरु से लंदन (AI 133) जाने वाली दो फ्लाइट्स को लेकर जारी किया गया है. ये दोनो फ्लाइट 16 और 17 मई की थी. जब ये अपने निर्धारित उड़ान का अधिकतम समय 10 घंटे से अधिक चली थीं. DGCA ने इस मामले में भी एअर इंडिया से 7 दिनों के भीतर जवाब मांगा है.एयर इंडिया से पूछ गया है कि क्यों ना उनके खिलाफ DGCA के नियमों के तहत कार्रवाई शुरू की जाए.
अब पछताए होत क्या ….
DGCA ये कार्रवाई तब कर रही है, जब 12 जून को अहमदाबाद से गैटविक (लंदन) जा रहा एयर इंडिया का ड्रीमलाइनर विमान उड़ाने भरने के मात्र 30 सेकेंड के अंदर क्रैश कर गया और इसमें सवार 241 लोगों के अलावा नीचे मेडिकल कॉलेज बिल्डिंग में मौजूद तीस से अधिक लोगों की मौत हो गई. भारत में विमान दुर्घटना के इस सबसे क्रूर प्लेन क्रैश के हादसे को लेकर अब तक कोई ठोस जानकारी निकल कर नहीं आई है . अभ ये इस सवाल को काई ठोस जवाब नहीं आया है कि आखिर किस वजह से अतिसुरक्षित मानी जानी वाली बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुई? हलांकि एयर इंडिया के विमान में रखरखाव से लेकर अन्य कई तकनीति खराबियो के बारे मे लंबे समय से यात्री शिकायते करते रहे हैं. अब जब इतना बड़ा हादसा हो गया है,270 से अधिक लोगों की जान चली गई है, तब एजेंसियां नींद से जाग रही हैं.