सहरसा
रिपोर्ट: बी एन सिंह पप्पन
मधेपुरा एसपी का मोबाइल कॉलगर्ल के पास से बरामद होने के प्रकरण में कोसी रेंज के डीआईजी शिवदीप लांडे ने बड़ी कार्यवाही की है.मधेपुरा मुख्यालय DSP अमरकांत चौबे,मधेपुरा सदर एसडीपीओ अजयनारायन यादव, सहरसा सदर सदर थाना के पीएसआई ब्रजेश चौहान,महिला सिपाही नीलू कुमारी,टेक्निकल सेल्स में पद स्थापित अमर और अमरेंद्र कुमार, इन पाँच लोगों पर गाज गिरी है इन्हें तत्काल DIG शिवदीप लांडे ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है साथ ही इनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही के निर्देश भी दिये गए हैं.वहीं कॉलगर्ल महिला रेखा कुमारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.प्रेसवार्ता के दौरान डीआईजी शिवदीप लांडे ने बताया कि बीते दिनों मधेपुरा एसपी अवकाश पर थे, मुख्यालय डीएसपी अमरकांत चौबे एसपी के प्रभार में थे. उन्हें एसपी का सरकारी मोबाइल भी सौंपा गया था जो चोरी हो गया और सहरसा की एक कॉलगर्ल महिला के पास से मोबाइल बरामद किया गया था.मामला संज्ञान में आने के उपरांत ही सुपौल एसपी के नेतृत्व में मामले की जाँच के लिए चार सदस्य टीम का गठन किया गया और इसकी जाँच कराई गई.
समाचारों के माध्यम से कॉलगर्ल महिला के वायरल वीडियो के बारे में दावा किया जा रहा था कि वायरल वीडियो डीआईजी कार्यालय में महिला से पूछताछ के दौरान बनाया गया है जो गलत निकला.महिला से सहरसा सदर थाना में पूछताछ किया गया था. वीडियो वहीं शूट किया गया और मधेपुरा के सदर एसडीपीओ अजय नारायन यादव के द्वारा यह वीडियो वायरल कर के खाकी वर्दी को बदनाम करने की कोशिश की गई है.कॉलगर्ल महिला का मोबाइल का CDR चेक किया गया है जिसमें कहीं से भी मधेपुरा मुख्यालय डीएसपी अमरकांत चौबे की बातचीत का कोई प्रूफ नही मिला है जबकि सहरसा मुख्यालय डीएसपी एजाज हाफिज मणि के द्वारा मुख्यालय डीएसपी अमरकांत चौबे के साथ साथ 5 पुलिस पदाधिकारियों की तस्वीर दिखाया गया लेकिन कॉलगर्ल महिला उन्हें नही पहचान सकी.जांच के क्रम में पाया गया कि ये सोची समझी साजिश थी, लेकिन एसपी के मोबाइल चोरी होने के बाद प्राथमिक दर्ज नहीं की गई, जो बड़ी लापरवाही को दर्शाता है साथ ही मधेपुरा SDPO के द्वारा जो वीडियो वायरल कर के खाकी वर्दी को बदनाम करने की कोशिश की गई है इस मामले में मधेपुरा और सहरसा के पाँच पुलिस कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय कार्यवाही के लिए निर्देश दिये गये हैं.साथ ही उन्होंने कहा कि जिन पत्रकारों ने बगैर सत्यापन किये इस समाचार को भ्रामक रूप से चलाया है उनकी विरुद्ध जिले के एसपी के द्वारा जाँच कर उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए इसके लिए भी आदेश दे दिया गया है। ।