3 Year Old Saint Sharavan Puri : महाकुंभ के मेले में देश के कोने- कोने से संत महात्मा पहुंचे हुए हैं. इन संतो के बीच कुछ ऐसे चेहरे है, जिन्हें देखकर लोग हैरत में है. कुंभ मेला क्षेत्र में इन दिनों एक बाल संत लोगों के बीच कौतूहल का विषय बने हुए हैं. इस बाल संत की उम्र 3 साल से थोड़ी ही अधिक है. ये संतो के साथ रहते हैं और इनकी दिनचर्या भी संतों के समान ही है. लोग उन्हें बाल संत कहकर संबोधित कर रहे हैं और इनका आशीर्वाद भी ले रहे हैं.
इस बालक को नाम भी आश्रम ने ही दिया है – श्रवण पुरी. श्रवण का पालन पोषण तीन माह की उम्र से ही साधु संत कर रहे हैं. इनके बीच रहकर इस छोटे से बालक की दिनचर्या भी साधु महात्माओं की तरह ही हो गई है. साधु संतों के साथ रहकर छोटी सी उम्र में ही ये भजन गाते और मंजीरा बजाते दिखाई देते हैं.
ये बाल संत जूना अखाड़े में मौजूद हैं. उम्र तीन साल से कुछ अधिक है. इस बाल संत के संरक्षक जूना अखाड़े के गुरु संत पुरी जी महाराज का कहना है इस छोटे से बालक का जन्म उनके आश्रम में ही हुआ और केवल तीन माह के बालक को उनके माता पिता ने आश्रम को दान कर दिया. प्रयागराज में संगम की रेती पर जूना अखाड़े के शिविर में ये नन्हा सा बाल संत सभी के लिए कौतूहल का विषय बन गए हैं. जिसे भी इनके बारे में जानकारी मिलती है, वो इनके दर्शन करने के लिए जूना अखाड़े के शिविर में पहुंच रहे हैं.
अखाड़े में एक तरफ हठ योगी और दूसरे साधु-संत धूनी रमा कर बैठे हैं, वहीं बाल संत श्रवण पुरी यहां अलग ही दिखाई देते हैं. नन्हें संन्यासी श्रवण पुरी को लोग भगवान की रुप मान रहे हैं लोगों की मानन है कि अगर इस नन्हे बालक का आशीर्वाद उन्हें मिल जाये तो सबका कल्याण हो जाएगा.