बुधवार को पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में दफना दिया गया है. पुलिस ने सुरक्षा कारणों से असद के शव को घर ले जाने की अनुमति नहीं दी थी. इसलिए शव को सीधे कब्रिस्तान लाया गया. वहां भी केवल बेहद करीबी लोगों को ही जनाजे में शामिल होने की अनुमति दी गई थी.
कड़ी सुरक्षा में दफनाया गया असद
कफन-दफन के वक्त कब्रिस्तान के बाहर भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. इस दौरान ड्रोन से भी निगरानी की जा रही थी. एसीपी प्रयागराज आकाश कुलहरि ने बताया कि असद के जनाजे में परिवार के 20-25 लोग शामिल हुए. जबकि गुलाम के शव को अंतिम संस्कार के लिए दूसरी जगह ले जाया गया है. असद के नाना की देखरेख में असद को दफनाया गया.
अतीक और अली ने मांगी थी जनाजे में शामिल होने की इजाज़त
माफिया से नेता बने अतीक अहमद ने अपने पुत्र असद के जनाजे में शामिल होने के लिए अदालत में अर्जी दी थी जिसपर आज सुनवाई होनी है. वहीं,अतीक के बेटे अली ने भी याचिका दाखिल कर अपने भाई के जनाजे में शामिल होने की इजाजत मांगी थी.
13 अप्रैल को पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था असद
आपको बता दें कि असद और उसके सहयोगी गुलाम को 13 अप्रैल को यूपी STF ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था. बता दें, गुलाम हसन और माफिया अतीक अहमद के बेटे असद दोनों उमेश पाल हत्या कांड के मुख्य आरोपी थे. दोनों को झांसी में मुठभेड़ में मार दिया गया था.
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