दीवाली की रात प्रतिबंध के बावजूद जिस रफ्तार से दिल्ली वासियों ने पटाखे जलाये और बारूद के धुएं से शहर के कोने-कोन को भर दिया, उससे पूरी दिल्ली की हवा में जहरीली हो गई है. हवा का स्तर जो अक्तूबर के शुरुआत में ‘खराब’ था वो अब ‘खतरनाक’ तक पहुंच गया है. दिल्ली में बढ़े इस बेतहाशा प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने आज से पूरी दिल्ली में 150 मोबाइल एन्टी स्मॉग गन की शुरुआत की है. इन स्माग गन्स की मदद से पानी की बौछार कर हवा में उड़ रहे प्रदूषित और धूल के कणों को कम करने की कोशिश की जायेगी.
धूल प्रदूषण को कम करने के लिए आज से पूरे दिल्ली में 150 मोबाइल एन्टी स्मॉग गन की शुरुआत. pic.twitter.com/eboszO26hw
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) October 25, 2022
इस साल दिल्ली सरकार और प्रदूषण बोर्ड ने दिल्ली में पूरी तरह से पटाखों की बिक्री और उसे फोड़ने पर बैन लगाया था, लेकिन दिल्ली में केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के नेताओं ने इसका खूब माखौल उड़ाते हुए जम कर आतिशबाजी की इसे ट्वीटर पर शेयर भी किया .
ट्वीटर पर ट्रेंड चलाया गया -#DHUAHUAKEJRIWAL
हरीश खुराना, दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता
.@ArvindKejriwal क्या उखाड़ लिया दिवाली पर पटाखे बैन कर के।
पिछले साल दिवाली के अगले दिन AQI -444 था और आज 425 .
तब भी Hazardous की केटेगरी में था और आज भी।
मान जाओ तुम दिल्ली में प्रदूषण रोकने में फेल हुए हो।@blsanthosh pic.twitter.com/uCrx0WOYrP
— Harish Khurana (@HarishKhuranna) October 25, 2022
बीजेपी नेता तेजिंदरपाल सिंह बग्गा ने पहले तो पटाखा बैन के खिलाफ धरना दिया ,फिर इस छोटे से बच्चे का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया
जब जब सरकारें और न्यायतंत्र मुगल – तुगलकी फरमान जारी करेगा, आम जनता फिर ऐसे ही जवाब देगी।
सारे प्रदूषण का ठीकरा हिंदू त्योहारों पर फोड़ने से पहले अपने गिरेबान में झांक के देखना चाहिए की प्रदूषण की असली जड़ कहां है।#शुभ_दिवाली https://t.co/0wO8iFAvSN— 𝔰𝔞𝔤𝔢 2.0 (@speaking_sage) October 24, 2022
दिल्ली में पटाखा बैन के सहारे बीजेपी आम आदमी पार्टी सरकार पर जम कर हमले कर रही है. लगातार पटाखा बैन को तुगलकी फरमान बता रही है लेकिन सवाल ये उठता है कि जब डाक्टर भी बता रहे है कि इस समय दिल्ली में जो प्रदूषण का जो स्तर है वो किसी भी कमजोर स्वस्थ वाले व्यक्ति को खतरनाक स्थिति तक पहुंचा सकता है. सांस,फेफड़ा और हृदय की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल है.
ऐसे में इस तरह की राजनीतिक स्टंटबाजी से किसका भला करने की कोशिश की जा रही है. राजनीति जनता के भले के लिए की जाती है न कि राजनीति के नाम पर जनता की जान से खिलवाड़ करने. बीजेपी जो हिंदू धर्म का परचम उठाए धूमती है व ये क्यों भूल जाती है दीवाली दीपों त्योहार है, ना कि बारूद को आग लगाकर अपने ही वातावरण को खराब करने का.
दिल्ली में जिस तरह से बीजेपी के नेताओं ने सरकार और प्रदूषण बोर्ड के फैसले का मजाक उड़ाया वह किसी सत्ताधारी पार्टी के लिए अशोभनीय स्थिति है.
दिल्ली में बच्चों से कर बुजुर्गों तक का बुरा हाल है.