ये ब्रह्मांड हैरतंगेज चीजों से भरा हुआ है. जीवन से लेकर मरण और धरती से लेकर आसमान तक वक्त वक्त पर ऐसे ऐसे करिशमें दिखाते हैं कि देखने वाला चौंक जाएं. कुछ ऐसी ही दिमाग को हिलाकर रख देने और आपके मस्तिष्क को सोचने पर पजबूर कर देने वाली घटनाओं का इस अगस्त में अम्बार लगा हुआ है. ये तमाम घटनाएं इस अगस्त को सुपर अगस्त भी बनाती हैं.
आसमान में दिखेगा ब्लू मून
1 अगस्त की रात को आसमान में सुपरमून नजर आया. लेकिन जो लोग सुपर मून को देख नहीं पाएं वो भी निराश ना हो क्योंकि खास बात ये है कि सुपरमून की ये खगोलीय घटना इस महीने में एक बार नहीं बल्कि दो बार घटेगी. 1 अगस्त की रात के बाद अगला सुपरमून 30 अगस्त को दिखेगा. इसके साथ ही अगस्त के महीने में तमाम दूसरी खगोलीय घटनाएं भी घटेंगीं.
लेकिन वो जानने से पहले ये जानिये कि सुपर मून होता क्या है. दरअसल जब सूर्य की रोशनी से रौशन चंद्रमा पृथ्वी के बेहद नजदीक से गुजरता है, तो ये काफी बड़ा, चमकदार और भव्य नजर आता है. इस बीच चंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी 2 लाख 24 हजार 865 मील रह जाती है. आम बोलचाल की भाषा में इसे सुपरमून कहा जाता है. साल में आपको सुपरमून की घटनाएं तो देखने को मिल सकती हैं, लेकिन एक महीने में दो बार सुपरमून की घटना होना बेहद दुर्लभ माना जाता है.
यही घटना अब 1 अगस्त के बाद अगला सुपरमून अब 30 अगस्त को नजर आएगा. इस सुपरमून को ब्लू मून भी कहा जा रहा है. लेकिन ब्लू मून शब्द से आप कन्फ्यूज न हों. ब्लू मून का मतलब ये नहीं कि आसमान में चंद्रमा का रंग नीला हो जाएगा. दरअसल जब एक महीने में दो पूर्णिमा पड़ती हैं, तो दूसरी पूर्णिमा वाले सुपरमून को ब्लू मून कहा जाता है. ब्लू मून की घटना करीब ढाई साल में एक बार घटती है. इससे पहले ब्लूमून 22 अगस्त 2021 में देखा गया था.
नो शैडो डे
इसके अलावा एक और हैरान करने वाली घटना घटेगी जिस दिन आपका सबसे पक्का साथी जो हर वक्त आपके साथ होता है। वो आप से बिछड़ जाएगा अरे नहीं नहीं हम किसी रिश्तेदार या दोस्त की बात नहीं कर रहे हम बात कर रहे हैं आपके पैदा होने से लेकर आपकी मौत तक आपके साथ रहने वाली आपकी परछाई की। अगस्त के महीने में 18 तारीख को जीरो शैडो डे होगा. ये घटना तब होती है जब सूर्य हमारी धरती के बिल्कुल ऊपर आ जाता है. इस कारण किसी भी चीज की परछाई नहीं बनती. वैज्ञानिकों के मुताबिक ये घटना हमारे देश में उन जगहों या शहरों में होती है जो कर्क और मकर रेखा यानी Tropic of Cancer और Tropic of Capricorn के बीच आते हैं. भारत में सबसे पहले कौटिल्य ने इस Astronimical घटना का आभास किया था. जीरो शैडो डे की घटना साल में दो बार घटती है. एक, जब सूर्य उत्तर की तरफ बढ़े और दूसरा तब आता है, जब सूर्य दक्षिण की तरफ जाए.
धरती से दिखेगा शनि ग्रह!
इसके अलावा एक घटना ऐसी है जिसे देख सब जरूर चौंकेंगे और सबको इसका बेसब्री से इंतज़ार भी है. अगस्त के महीने में 27 अगस्त का दिन भी बेहद खास होगा. इस दिन हम आसमान में अपनी आंखों से शनि ग्रह और शनि रिंग को देख सकेंगे. इस दिन शनि ग्रह सूर्य के बिल्कुल उल्टा और धरती के बिल्कुल नजदीक होगा, इसलिए इस खगोलीय दृश्य के साक्षी पृथ्वी पर रहने वाले लोग बनेंगे. ये बेहद दुर्लभ खगोलीय घटना है, जो कई सालों में देखने को मिलती है.
तो क्या आप भी इन ऑस्ट्रोनॉमिकल इवेंट्स के लिए एक्ससिटेड हैं अपनी राये कमेंट कर जरूर बताएं