Friday, December 27, 2024

पटना के बापू सभागार में 8, 9 और 10 अगस्त को लगेगा श्री पण्डोखर सरकार धाम का दिव्य दरबार

पटना : त्रिकालदर्शी पण्डोखर सरकार नाम के पीठाधीश पंडित गुरुशरण शर्मा जी के दिव्य दरबार का आयोजन 8 अगस्त, 2023 से 10 अगस्त, 2023 तक तीन दिनों के लिए ज्ञान भवन, पटना के बापू सभागार में किया जा रहा है. पटना में लगने वाले इस दिव्य दरबार के आयोजन से बिहार के लाखों भक्तों में खुशी की लहर दौड़ गयी है. इसकी जानकारी आज श्री पण्डोखर सरकार धाम का दिव्य दरबार के आयोजकों द्वारा प्रेस रिलीज जारी कर दी गई.

तैयारियां हुई पूरी!

उन्होंने बताया कि बापू सभागार में 5 हजार भक्तों के बैठने की समुचित व्यवस्था की गई है. इसके लिए आयोजकों द्वारा भी पूरी तैयारी कर ली गयी है. उन्होंने बताया कि दिव्य दरबार में आने वाले भक्तों में प्रतिदिन लगभग 200-300 भक्तों के लिए गुरूजी पण्डोखर सरकार द्वारा पर्ची निकाल कर उनकी समस्याओं का निराकरण किया जा सकेगा तथा भूत-भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में बताया जाएगा. पटना में इस तरह के दिव्य दरबार का आयोजन पहली बार हो रहा है.

कैसे करें रजिस्ट्रेशन?

आयोजकों के द्वारा बताया गया कि त्रिकालदर्शी दिव्य दरबार में समागम करने के लिए www.pandokharsarkar.org पर तीन दिनों हेतु अलग-अलग 8 अगस्त, 9 अगस्त एवं 10 अगस्त की निःशुल्क बुकिंग करनी होगी. एक बुकिंग पर एक ही व्यक्ति की इंट्री मान्य होगी. बुकिंग करवाने वाले भक्तों को ही “पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिव्य पण्डोखर सरकार दरबार में इंट्री दी जाएगी. उन्होंने बताया कि 5 हजार भक्तों के आगमन के पश्चात् उक्त दिवस के लिए बापू सभागार, ज्ञान भवन में इंट्री बन्द कर दी जाएगी. इस तरह 8 अगस्त, 2023 से लेकर 10 अगस्त, 2023 तक लगभग 5 हजार भक्तगण प्रत्येक दिन दिव्य त्रिकालदर्शी पण्डोखर दरबार का प्रत्यक्ष अनुभव एवं आनंद प्राप्त कर पाएंगे. यह दरबार तीन दिनों तक चलेगा और कुल 15 हजार भक्तगण को दिव्य दरबार का प्रत्यक्ष आनंद प्राप्त होगा. दिव्य दरबार का लाइव प्रसारण फ़ेसबुक पेज fb.com/PandokharSarkardham पर भी किया जाएगा. अपार भीड़ की संभावनाओं को देखते हुए आयोजकों ने प्रशासन से भी प्रशासनिक मदद का भी आग्रह किया है.

आपको बता दें कि ऋग्वेद में वर्णित पंक्ति एकम् सद् विप्रा बहुधा वदन्ति’ अर्थात् सत्य एक ही है जिसे विद्वान अलग-अलग रूपों में व्यक्त करते हैं – हम भारतवासियों के जीवन की मूल पद्धति है, जिसके कारण हम भारतवासियों ने सर्वधर्मसमभाव और वसुधैव कुटुम्बकम के भाव को अपनी जीवन शैली के रूप में उतार लिया है. यही वह नींव है जिसके कारण चाहे धर्म, भाषा, क्षेत्र कोई भी हो, भारत जैसी सामाजिक समरसता और सौहार्द का कोई अन्य उदाहरण पूरे विश्व में कहीं नहीं मिलता, लगता है मानो तरह-तरह के पुष्पों को एक जगह एकत्र कर एक ही माला में पिरो दिया गया हो. इसी सार्वभौम सत्य और समरसता के एक रूप का दर्शन पण्डोखर सरकार धाम में होता है. देश विदेश से लाखो लोग पण्डोखर सरकार के दिव्य दर्शन हेतु मध्यप्रदेश के दतिया जिले के पण्डोखर ग्राम में पहुँचते हैं. भक्तों के दैहिक, दैविक एवं भौतिक हर प्रकार की समस्याओं का निराकरण यहाँ साक्षात् हनुमान जी / बालाजी की कृपा से होता है. लोगों का यह विश्वास है कि पंडित गुरूशरण शर्मा जी. पण्डोखर सरकार को साक्षात् हनुमान जी से प्रेरणा प्राप्त होती है तथा भक्तों के जीवन में भूत-भविष्य में होने वाली घटनाओं भक्तों के मन में उठने वाले प्रश्नों एवं समस्याओं के निराकरण को पूर्व से ही गुरुजी पण्डोखर सरकार द्वारा पर्ची मे लिख दिया जाता है. दरबार में भक्त की पर्ची पहले ही गुरूजी द्वारा लिख दी जाती है. फिर भक्तों को “माईक” के द्वारा सभी के सामने अपनी समस्या बताने के लिए कहा जाता है तथा जब भक्त अपनी समस्या को बता देते हैं तो पूर्व से लिखी गयी पर्ची को सभी के सामने ही स्क्रीन पर दिखा दिया जाता है.

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