भोपाल : हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बाद अब मध्यप्रेश में भी वीर सावरकर Veer Savarkar को स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा. अब मध्यप्रदेश में स्कूल के बच्चे को भी सावरकर Veer Savarkar के बारे में पढ़ाया जाएगा. स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंग परमार ने कहा कि 2018 में कमलनाथ जी की सरकार में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर सावरकर Veer Savarkar की किताब को स्कूल में प्राचार्य ने बंटवा दी तो कमलनाथ जी ने प्राचार्य को निलंबित कर दिया था.
Veer Savarkar महान स्वतंत्रता सेनानी थे
कांग्रेस के लोग हमारे देश के क्रांतिकारियों को बच्चों तक पहुंचाना नहीं चाहते थे. इसलिए उन्होंने अपनी सरकार में ये करके दिखाया लेकिन भारतीय जनता पार्टी की नीति है कि हम ऐसे सभी क्रांतिकारियों को और वीर सावरकर जी के चरित्र को भी पाठ्यक्रम में शामिल करने वाले हैं. अन्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के साथ साथ सावरकर Veer Savarkar को भी बच्चों को पढ़ाया जाएगा.
माफी मांगने वाले का इतिहास नहीं पढ़ाया जाना चाहिए
सावरकर को स्कूल शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है. कांग्रेस विधायक आरिफ़ मसूद का कहना है कि सावरकर को किस हैसियत से शामिल कर रहे हैं. यह बड़ा सवालिया निशान है. बहुत ही अफसोस की बात भी है. सावरकर की कोई भी पृष्टभूमि हमने जो पढ़ा है. उनके जो पत्र पढ़े हैं, जो कि सोशल मीडिया में भी आ चुके हैं, ऐसे व्यक्ति को इतिहास में जोड़ना शर्मनाक है. यह फ्रीडम फाइटर्स की तौहीन है. बीजेपी जिस पृष्टभूमि से आती है. उनके जो संस्थापक हैं. मार्गदर्शक हैं उनकी तो मजबूरी है ये सब करना लेकिन हम देश के चाहने वाले हैं. हम ऐसे गलत काम को प्राथमिकता नहीं देंगे. मेरा तो यही कहना है कि यह मजाक है फ्रीडम फाइटर के साथ. जिन्होंने जान की बाजी लगा दी है उनका इतिहास पढ़ाना चाहिए ना कि जो माफी मांगते हैं.