लखनऊ के प्रतिष्ठित गोल्फ क्लब में जनरल बोर्ड मीटिंग के दौरान नियमों के बदलाव और अकाउंट को लेकर विवाद पर हंगामे के बीच आज गोल्फ क्लब के कैप्टन आदेश सेठ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई. जिसमें गोल्फ क्लब में हुए विवाद पर स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि यह पूरा मामला गोल्फ क्लब के बायलॉज में बदलाव को लेकर शुरू हुआ.
दरअसल गोल्फ क्लब के बाइलॉज में कमेटी के मेंबर को बताए बिना ही परिवर्तन किया गया जिस परिवर्तन को लेकर विवाद शुरू हो गया है. यह परिवर्तन खासतौर पर मेंबरशिप को लेकर किया गया था. जिसमें जुडिशरी से जुड़े लोगों को फ्री में लाइफ टाइम मेंबरशिप देने की बात कही गई थी. अब तक गोल्फ क्लब में कुल 2300 मेंबर हैं. जिसके चलते गोल्फ क्लब की सदस्यता देने से कमेटी ने पहले ही बाकी लोगों को मना किया था. लेकिन बायलॉज में बदलाव कर गोल्फ क्लब के प्रेजिडेंट मुकुल सिंघल ने अपने चहेते लोगों को लाइफ टाइम के लिए सदस्यता देने की बात कही .
गोल्फ क्लब के कैप्टन आदेश सेठ ने बताया की हमारे यहां एक बायलॉज है ,और हमारी सोसाइटी रजिस्टर है. पहले वाली कमेटी ने 31 मार्च 2019 को कुछ बायलॉज में चोरी छिपे बदलाव किए थे. जिसकी जानकारी गोल्फ क्लब के कमेटी में शामिल बाकी सदस्यों को नहीं दी गई थी. उसके बाद कोविड के चलते कुछ पता ही नही चला, फिर से व्यवस्था शुरू हुई तो और कागज़ात देखे गए. तो उसमें बदलाव मिले. ऐसे बदलाव जिसकी किसी को भी जानकारी नहीं थी. बायलॉज में चेंज करके न्यायालय जुडिशरी को शामिल कर दिया गया और बायलॉज में बदलाव करके 20 मेंबर को लाइफ टाइम सदस्यता दी गई. इसकी जानकारी नवम्बर 2021 में हुई जब बायलॉज में बदलाव किया गया..तब हम लोगो ने प्रेसिडेंट से कहा तो कल ईजीएम व एजीएम बुलाई गई थी. जिसमें एजीएम में बात रखी गई और कहा गया कि जो बायलॉज में बदलाव हुए है उन्हें फिर से बदला जाए.
दरअसल रविवार को लखनऊ गोल्फ क्लब में आम सभा की बैठक में काफी सदस्यों ने मौजूदा कार्यकारिणी पर वित्तीय अनियमितता के आरोप लगाए थे. जिसमें उन्होंने कार्यकारिणी भंग कर नए चुनाव करवाने की भी मांग की थी. सदस्यों की मांग पर मौजूदा कार्यकारिणी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया. प्रस्ताव बहुमत से पास हो गया. इसके बाद मौजूदा कार्यकारिणी भंग कर दी गई.