Sunday, December 22, 2024

नहीं रहे टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा , 86 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस

Ratan Tata Demise : देश के सबसे बड़े और सुप्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा Ratan Tata अब इस दुनिया में नहीं रहे. उन्होंने 86 साल की उम्र में 8 अक्टूबर यानी बुधवार की शाम मुंबई में आखिरी सांस लिया. टाटा समूह ने इस दुखद खबर की जानकारी देते हुए कहा है कि “यह हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है.वे वास्तव में एक असाधारण नेता थे, जिनके अतुलनीय योगदान ने ना सिर्फ टाटा समूह को बल्कि देश को भी आगे बढ़ाया है.”

Ratan Tata Demise :दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे – पीएम मोदी 

देश के सबसे बड़े उद्योग घराने टाटा संस के मानद चेयरमैन और मुखिया रतन टाटा मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में भर्ती थे. उम्र के साथ आने वाली परेशानियों की वजह से उन्‍हें कई तरह की शारीरिक मुश्किलों का समान करना पड़ रहा था.

रतन टाटा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सभी बड़े राजनेताओं ने शोक जताया है.प्रधानमंत्री मोदी ने रतन टाटा के निधन पर शोक जताते हुए एक पोस्ट सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है जिसमें उन्होने लिखा  “ श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी कारोबारी नेता, एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे. उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया. साथ ही, उनका योगदान बोर्डरूम से कहीं आगे तक गया. उन्होंने अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता के कारण लोगों के बीच अपनी जगह बनाई.”

प्रधान मंत्री मोदी ने आगे लिखा – श्री रतन टाटा जी का सबसे अनोखा पहलू था  बड़े सपने देखने और दूसरों को कुछ देने का उनका जुनून. वे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, पशु कल्याण जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाने में सबसे आगे थे.

भारत की विकास यात्रा में टाटा समूह और रतन टाटा का योगदान अतुलनीय  

देश के विकास और दुनिया भर के उद्योग जगत में भारत के नाम को अग्रगणीय बनाने में टाटा समूह का इस समूह की  स्थापना के समय से ही बड़ा योगदान रहा है. देश की पहली कार मारुती सूजूकी बनाने वाले टाटा समूह ने देश में साबुन तेल से लेकर हवाई जहाज तक चलाया.   हाल ही में टाटा समूह ने एयर इंडिया को एक बार फिर से खरीद कर देश के एवियेशन इंडस्ट्री को बड़ा तोहफ दिया था. डूबते एयर इंडिया को खरीद कर रतन टाटा ने इसमें नई जान फूंक दी. जीआरडी टाटा के द्वारा स्थापित टाटा समूह को रतन टाटा ने हमेशा उसकी पूरी भव्यता के साथ देश में दुनिया में आगे बढ़ाया और उद्योग के साथ साथ समाजिक क्षेत्र में बड़ा योगदान दिया. टाटा मूह आज दुनिया भर के व्हीकल इंडस्ट्री ने भरोसे और मजबूती का  दूसरा नाम है. भारत में शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग के क्षेत्र में टाटा समूह को विश्वास का दूसरा नाम माना जाता है. इस विश्वास को अडिग बनाये रखने में रतन टाटा के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता हैं.

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