Friday, November 22, 2024

Bharat Nyay Yatra में 14 राज्यों का सफ़र करेंगे राहुल गांधी,क्या राम मंदिर के मुद्दे को काउंटर करेगी ये यात्रा

दिल्ली:पीएम मोदी 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. देश ही नहीं बल्कि दुनिया की नजरें अयोध्या पर टिकी होंगी.इसी बीच अब भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी अब मणिपुर से मुंबई तक भारत न्याय यात्रा Bharat Nyay Yatra पर निकलने जा रहे हैं. कांग्रेस की यह यात्रा 14 जनवरी को शुरू होगी और 20 मार्च तक चलेगी. राहुल गांधी न्याय यात्रा पर उस समय निकल रहे हैं, जब अयोध्या में भगवान श्रीराम की मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है.बीजेपी राम मंदिर के बहाने 2024 के लोकसभा चुनाव का एजेंडा सेट कर रही है तो वहीं राहुल गांधी पूर्वोत्तर से पश्चिम भारत तक न्याय का नारा बुलंद कर सियासी नैरेटिव सेट करने की कोशिश कर रहे होंगे.

Bharat Nyay Yatra में 14 राज्यों का सफ़र करेंगे राहुल गांधी

अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर भारतीय राजनीति की धुरी रहा है. बीजेपी की दो सीटों से सत्ता के शिखर तक पहुंचने में भी राम मंदिर के मुद्दे का बड़ा रोल है . बीजेपी 2024 के सियासी जंग को राम मंदिर के मुद्दे पर ही लड़ने का प्लान बनाया है.राम मंदिर के मुद्दे की मुखालफत करने का साहस किसी भी विपक्षी दल में नहीं रहा है.ऐसे में राहुल गांधी न्याय यात्रा पर निकल कर एक बड़ी सियासी लकीर खींचना चाहते हैं.राहुल गांधी ने न्याय यात्रा के लिए मकर संक्रांति का दिन चुना है.यह कांग्रेस की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. हिंदू धर्म में शुभ कार्य सूर्य उत्तरायण होने के बाद किए जाते हैं, जिसकी शुरुआत मकर संक्रांति से हो रही है. राहुल गांधी मणिपुर से मुंबई तक करीब 6200 किलोमीटर की यात्रा 67 दिनों में पूरी करेंगे. यह यात्रा 14 राज्यों जिनमें मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के 85 जिलों से होकर गुजरेगी.

क्या राम मंदिर के मुद्दे को काउंटर करेंगे राहुल

राहुल गांधी मणिपुर से मुंबई तक की यात्रा शुरू कर रहे हैं.इस यात्रा से कांग्रेस सामाजिक न्याय के बहाने अपनी खोयी हुई सियासी जमीन हासिल करने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस एक समय में गरीब, दलित, आदिवासी तथा धार्मिक अल्पसंख्यकों की पसंदीदा पार्टी हुआ करती थी.राहुल गांधी अब सामाजिक न्याय के बहाने उन्हें दोबारा से जोड़ने की कोशिश में है, जिसके लिए ही भारत न्याय यात्रा शुरू कर रहे हैं. इसके पीछे एक वजह यह भी है कि बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में ओबीसी सियासत हावी है. बिहार में नीतीश कुमार जातिगत जनगणना कराकर आरक्षण की लिमिट बढ़ा चुके हैं तो यूपी से लेकर महाराष्ट्र तक में इसकी मांग उठ रही है. राहुल गांधी न्याय यात्रा के बहाने इन सारे मुद्दो को उठाएंगे और साथ ही बीजेपी के राम मंदिर को काउंटर करते भी नजर आएंगे.

BJP नेताओं ने यात्रा पर उठाए सवाल

राहुल गांधी की शुरू हो रही भारत न्याय यात्रा को लेकर बीजेपी प्रवक्ता नलिन कोहली ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा है कि भारत के लोगों ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के विचार को खारिज कर दिया था, क्योंकि राहुल गांधी और कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है. वो सोचते हैं कि वो कुछ नारे उछालकर भारत के लोगों को मूर्ख बना लेंगे, लेकिन देश की जनता समझ रही है. असल न्याय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार 2014 से ही दे रही है. बिना भेदभाव समाज के सभी वर्गों के लिए काम कर रहे हैं. साथ ही केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि कांग्रेस दशकों तक सत्ता में रहते हुए अन्यायपूर्ण व्यवस्था चलाई, जिसके चलते लोगों को सामाजिक अन्याय झेलने पड़े. ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जिन्होंने विकास को सभी तक पहुंचाकर यह सुनिश्चित किया है कि सभी को न्याय मिले.

 

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