Friday, November 22, 2024

य़ूक्रेन से युद्ध के दौरान पुतिन का बड़ा ऐलान,भारत चीन और ब्राजील कर सकते हैं मध्यस्थता

Putin’s Big Statement :  पिछले ढ़ाई साल (24 फऱवरी 2022) से चल रहे यूक्रेन- रुस युद्ध के बीच  रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शांति वार्ता को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. रिसी मीडिया के हवले से आई जानकारी के मुताबिक पुतिन का कहना है कि यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध को लेकर रूस के साथ होने वाली संभावित शांति वार्ता के दौरान भारत , ब्राजील और चीन मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं.

Putin’s Big Statement : रुसी मीडिया ने दी जानकारी   

रुसी राष्ट्रपति ने  ईस्टर्न इकॉनोमिक फोरम में  कहा कि   हमारा मुख्य उद्देश्य यूक्रेन के कब्जे से डोनबास को वापस लेना है . रूसी की सेना धीरे-धीरे यूक्रेनी सेना को कुर्स्क से पीछे खदेड़ रही है. रूसी समाचार एजेंसी ने पुतिन के हवाले से कहा, “हम अपने मित्रों और साझेदारों का सम्मान करते हैं, जो, मेरा मानना ​​है, इस संघर्ष से जुड़े सभी मुद्दों को ईमानदारी से हल करना चाहते हैं, मुख्य रूप से चीन, ब्राजील और भारत. मैं इस मुद्दे पर अपने सहयोगियों के साथ लगातार संपर्क में रहता हूं।”

रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने रुसी अखबार इजवेस्टिया दैनिक से बातचीत में कहा कि  भारत यूक्रेन के साथ वार्ता करवाने में मदद कर सकता है.

पुतिन का बयान भारत के लिए बहद महत्वपूर्ण

रुसू राष्ट्रपति का बयान ऐसे समय में आया है जब पीएम मोदी हाल ही मे यूक्रेन की यात्रा से पालस आये हैं, यूक्रेन जाने से पहले पीएम रुस की यात्रा कर चुके हैं. पीएम मोदी ने दोनो यात्राओं के दौरान युद्ध समाप्ति और शांति की दिशा में आगे बढ़ने पर बल दिया था.

रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव का कहना है कि वर्तमान समय में भारत के प्रधानमंत्री मोदी और रुसी राष्ट्रपति के बीच गहरी दोस्ती को देखते हुए कहा जा सकता है कि  भारतीय प्रधानमंत्री इस संघर्ष में भाग लेने वालों से प्रत्यक्ष जानकारी प्राप्त करने की दिशा में नेतृत्व कर सकते हैं.

PM मोदी के रूस दौरे ने खोला शांति का रास्ता ?

प्रधानमंत्री मोदी जुलाई के महीने में नाटो समिट के लिए रुस के दौरे पर गये थे. इस दौरान रुसी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया औऱ बाहें फैलाकर उनकी अगुवाई की थी. राष्ट्रपति पुतिन और पीएम मोदी की ये तस्वीर काफी चर्चा में रही थी. इसी यात्रा के दौरान रुस ने भारत को अपने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ से भी सम्मानित किया था. इसी दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि ‘युद्ध के मैदान से शांति का रास्ता नहीं निकलता है’ .

हालांकि यूक्रेन ने उस समय खुले तौर पर दोनों नेताओं की तस्वीरों पर सार्वजनिक रुप से नाराजगी जाहिर की थी, लेकिन जब पीएम मोदी यूक्रेन के दौरा पर गये तो ब्लादीमीर जैलेंस्की ने भी नाराजगी को भूलकर पीएम मोदी का आगे बढ़कर स्वागत किया.

यूक्रेन में भी पीएम मोदी ने कहा था कि यूक्रेन के बिना समय गंवाये शांति वार्ता करना चाहिये.पीएम मोदी ने कहा था कि शांति का रास्ता बातचीत से ही निकलता है. पीएम मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान यूक्रेन को जल्द इस मुसीबत से बाहर आने में मदद करने की बात कही थी.

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