लखनऊ : परिषदीय स्कूलों के औचक निरीक्षण में पिछले दो महीने में 15,735 शिक्षक अनुपस्थित मिले हैं. अभी तक कुल 12,145 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई Action हो चुकी है.शिक्षकों का एक-एक दिन का वेतन काटे जाने के साथ-साथ जो लगातार तीन बार अनुपस्थित पाए गए उन्हें नोटिस देकर निलंबित भी किया जा रहा है. स्कूलों में अच्छे ढंग से विद्यार्थियों को पढ़ाई कराई जा सके इसके लिए निगरानी व्यवस्था और सख्त कर दी गई है. जिलों में टीमें गठित कर स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है. परिषदीय स्कूलों में सूबे में साढ़े चार लाख शिक्षक हैं।
Action के आंकड़े
महानिदेशक, स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि अक्टूबर में परिषदीय स्कूलों में 7,783 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए और अभी तक 6,901 अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है.नवंबर में 7,952 शिक्षक स्कूलों से गायब मिले और इनमें से 5,244 के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है. ऐसे जिले जहां 50 प्रतिशत से भी कम शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है उनमें महाराजगंज, लखनऊ, झांसी, कन्नौज, कानपुर देहात, कुशीनगर, अमेठी और औरैया हैं.
हर महीने होता है औचक निरीक्षण
विभाग हर माह एआरपी, एसआरजी, अधिकारियों के माध्यम से स्कूलों का औचक निरीक्षण कराता है.इस दौरान स्कूलों की व्यवस्थाओं के साथ-साथ शिक्षकों की उपस्थिति भी जांची जाती है.जांच में अक्तूबर में 7783 और नवंबर में 7952 शिक्षक अनुपस्थित मिले हैं. इनकी अनुपस्थिति की न कोई जानकारी थी और न ही छुट्टी के आवेदन.शिक्षकों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस व वेतन कटौती की कार्रवाई की गई है.विभागीय पोर्टल पर अपडेट सूचना के अनुसार अब तक 12145 शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है.