नवादा: (संवाददाता – अनिल शर्मा ) कौआकोल थाना क्षेत्र के तरौन गांव बोरसी (आग सेंकने का मिट्टी का चूल्हा) से निकलने वाले धुएं Nawada smoke से 6 लोग बेहोश हो गए.जिसमें तीन बच्ची और तीन महिला शामिल है. कौआकोल थाना क्षेत्र के तरौन गांव की यह घटना है. जिसमें इलाज के बाद तीनों बच्चियों को होश आ गया.वही तीनों महिला अभी भी बेहोशी की हालत में है और उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है.

Nawada Smoke मामले में तीन लोगों की हालत गंभीर
नवादा सदर अस्पताल में इलाज के बाद सभी को पावापुरी रेफर कर दिया गया.परिजनों ने बताया कि बीती रात घर में श्राद्ध कर्म था और उसके बाद सभी घर में सोने के लिए चले गए.इस दौरान उमेश मालाकार की पत्नी सुशीला देवी,गोपाल मालाकार की पत्नी शारदा देवी एवं विपिन मालाकार की पत्नी रूबी देवी सहित तीन बच्चियों कमरे में एक साथ सोए हुए थे. आज सुबह कई घंटे तक जब कमर नहीं खुला तो सभी को शक हुआ.जब कैमरा खोला गया तो सभी बेहोश पाए गए.आनन फानन में सभी को कौवाकोल में इलाज के लिए ले जाया गया.नवादा में डॉक्टरों ने तीनों की हालत को गंभीर देखते हुए नवादा से पावापुरी विम्स रेफर कर दिया.
घर में वेंटिलेशन की कमी के कारण भरता है धुंआ
आपको बता दें कि आम तौर पर ठंढ़ के दिनों में लोग सर्दी से बचने के लिए बोरसी यानी मिट्टी के चूल्हे में आग रखकर सेंकते हैं और घर को गर्म करते हैं.ठंढ के दिनों कई बात ऐसी घटनाएं होती है, जो जानलेवा हो जाती है. डाक्टरो की सलाह रहती है कि जो लोग घर में बोरसी का इेस्तामाल करते हैं , उन्हें धुंए की निकासी के लिए जरुर प्रबंध रखना चाहिये, नहीं तो कई बार धुंए के कारण लोगों का दम घुट जाता है और लोग दुर्घटना के शिकार हे जाते हैं. धुंआ भर जाने से आक्सीजन की कमी हो जाती है जिसके कारण लोगों का सांस लेना मुश्किल हो जाता है.