Maldives President Moitju : हाल ही में मालदीव के राष्ट्रपति मोइत्जू के रवैय़े का कारण भारत और मालदीव के बीच रिश्ते काफी खराब हो गये थे . यहां तक कि भारत के पर्यटकों ने भी एक तरह से मालदीव का बहिष्कार कर दिया था. पर्यटकों पर टिकी मालदीव की अर्थ व्यवस्था चरमराने लगी थी. इस बीच एक बार फिर से दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए मालदीव के राष्ट्रपति मोइत्जू भारत आये. कुछ महीने पहले तक भारत को अकड़ दिखा रहे मोइत्जू भारत के आगे झुके और दोस्ती का हाथ बढ़ाया, तो भारत ने भी उनका सम्मान करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी और मोइज्जू को अच्छा रिटर्न गिफ्ट दिया है.
Maldives President Moitju के साथ भारत ने किये बड़े द्विपक्षीय समझौते
“प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव के साथ हुए समझौते लेकर ट्वीट में लिखा है- “आज, हमने पुनर्विकसित हनीमाधु एयरपोर्ट का उद्दघाटन किया है. अब, Greater ‘माले’ Connectivity Project में भी तेजी लाई जाएगी. थिलाफुशी में नए commercial पोर्ट के विकास में भी सहयोग दिया जायेगा. आज, भारत के सहयोग से बनाये गए 700 से अधिक सोशल हाउसिंग यूनिट्स hand over किये गए हैं”
मालदीव को रिटर्न गिफ्ट देते हुए भारत ने कई द्विपक्षीय समझौते किये हैं. इसमें सबसे खास हैं –
-3 हजार करोड़ रुपए का करेंसी स्वैप समझौता.
-भारत के सहयोग से मादीव मे बनने वाले 700 से अधिक सामाजिक आवास इकाइयां और
-रुपे कार्ड जैसी कई अहम चीजें शामिल हैं.
पीएम मोदी ने मालदीव राष्ट्रपति के साथ किया संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस
इस सिलसिले में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोइत्जू ने एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस किया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत हमेशा से मालदीव का फर्स्ट रिस्पांडर रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि हमने 3 हजार करोड़ रुपए का करेंसी स्वैप समझौता किया है. पीएम मोदी ने बताया कि हमने मालदीव में आधारभूत संरचना के विकास पर बात की है. दोनों देशों के बीच डिजिटल कनेक्टिविटी पर भी बात हुई है. पीएम मोदी ने कहा कि बारत ने पड़ोस होने के नाते अपना दायित्व निभाया है. पीएम मोदी ने भारत के सहयोग से मालदीव मे बनी 700 से अधिक सामाजिक आवास इकाइयां भी मालदीव को सौंपी.