पटना : जनता दल यूनाइडेट (JDU) के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पार्टी की कमान संभलाते ही कांग्रेस को झटका दिया है. जेडीयू ने JDU Arunachal अरुणाचल प्रदेश की पश्चिमी लोकसभा सीट पर होने वाले चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार को उतारने का फैसला किया है . जेडीयू के इस कदम से सियासी हलकों में ये कयास लगाये जा रहे हैं कि नीतीश कुमार कांग्रेस से नाराजगी को लेकर चाहे जो कहें लेकिन उनकी नाराजगी दूर नहीं हुई है. अरुणाचल पश्चिम की सीट से उम्मीदवार उतारने के फैसले को इसी बात के संकेत के रुप में देखा जा रहा है.
JDU Arunachal अध्यक्ष रूही तागुंग होंगी पार्टी की उम्मीदवार
जनता दल यूनाइटेड के महासचिव अफाक अहमद ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत के दौरान कहा कि अरुणाचल प्रदेश की जेडीयू अध्यक्ष जूही तागुंग इस सीट से उम्मीदवार होंगी. कहा गया कि नीतीश कुमार के निर्देश पर यहां से उम्मीदवार खड़े करने का फैसला किया गया है. बता दें कि अरुणाचल प्रदेश पश्चिम की इस सीट पर वर्तमान में बीजेपी के सासंद है और 2019 के चुनाव में कांग्रेस यहां दूसरे नंबर पर रही थी.
क्या संदेश देना चाहते हैं नीतीश कुमार ?
दरअसल जब से इंडिया एलायंस की बैठक में कांग्रेस के मल्लिकाअर्जुन खरगे का नाम पीएम उम्मीदवार के तौर पर सामने आया है तब से नीतीश कुमार और कांग्रेस के बीच मनमुटाव की बात कही जा रही है. हलांकि कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी ने खुद फोन कर स्थिति को साफ करने की कोशिश की थी.
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कांग्रेस 300 सीटों पर लड़ने की कर रही है तैयारी
फिर इस खबर से भी तनाव की स्थिति बनी हुई है जिसमें कहा जा रहा है कि कांग्रेस लोकसभा 2024 चुनाव में 291 से लेकर 300 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इंडिया गठबंधन की होने वाली अगली बैठक में कांग्रेस 300 सीट पर लड़ने के लिए अपनी दावेदारी पेश करेगी. इस बीच ये भी कहा जा रहा है कि इंडिया गठबंधन को लेकर शुरु से सभी को एकजुट करने वाले नीतीश कुमार को गठबंधन का संयोजक बनाया जायेगा. लेकिन ये सब कुछ आने वाले दिनों में होगा. इस बीच नीतीश कुमार ने अरुणाचल पश्चिम में अपनी स्टेट प्रेसिडेंट जूही तागुंग को चुनाव मैदान में उतार कर अपने मंसूबों को साफ कर दिया है.