पूर्व भारतीय तजे गेंदबाज रोज़र बिन्नी का नाम भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के नये अध्यक्ष के रुप में तय हो गया है. रोज़र बिन्नी सौरव गांगुली की जगह अब बीसीसीआई के नये अध्यक्ष होंगे.11 अक्टूबर को बीसीसीआई की बैठक में तय किया गया कि बोर्ड के नये अध्यक्ष रोजर बिन्नी होंगे. उपाध्यक्ष के पद पर राजीव शुक्ला और सचिव के पद पर जय शाह बने रहेंगे.औपचारिक तौर पर 18 अक्टूबर को रोजर बिन्नी बीसीसीआई की जीबीएम के बाद अध्यक्ष पद संभालेंगे.
बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए बिन्नी क्यों बने पसंद
दरअसल बीसीसीआई के बाहर के लोगों के लिए ये 67 साल के रोज़र बिन्नी का नाम चौंकाने वाला हो सकता है ,क्योंकि लाइम लाइट में कम रहते हैं. लेकिन क्रिकेट की दुनिया के जानकारों के लिए रोजर बिन्नी का नाम नया नहीं है. रोजर बिन्नी 1983 की विश्वकप विजेता टीम के स्टार गेंदबाज के तौर पर आज भी याद किये जाते हैं. बिन्नी के पास क्रिकेट एसोसियेशन के साथ काम करने के लंबा अनुभव है.बिन्नी कर्नाटक राज्य एसोसियेशन में कई पदों पर रह चुके हैं.2019 में बिन्नी कर्नाटक क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष बनाये गये.
सोमवार दस अक्टूबर को मुंबई में बीसीसीआई के पदो पर नियुक्ति के लिए होने नामांकन दाखिल किये गये. नामांकन प्रक्रिया बंद होने के बाद अध्यक्ष पद के लिए केवल एक नाम ही बचा था.इसलिए ये तय हो गया कि सौरभ गांगुली के बाद अब बीसीसीआई के अगले अध्यक्ष रोजर बिन्नी ही होंगे.
बीसीसीआई के पदों पर नाम तय करने के लिए मुंबई में हुई बैठक
बीसीसीआई ने चुनाव के लिए 18 अक्टूबर की तारीख तय की गई थी लेकिन चुनाव के बाद तय होने वाले नाम बोर्ड मीटिंग में ही तय कर दिये गये. अब किसी पद के लिए चुनाव नहीं होगा. बताया जा रहा है कि बोर्ड के पदों पर रहने वाले आधिकरियों के नाम मौजूदा बीसीसीआई प्रेसिडेंट सौरव गांगुली समेत बोर्ड के पांच वरिष्ठ सदस्यों ने पिछले सप्ताह दिल्ली और मुंबई में बैठक कर नाम शॉर्टलिस्ट किये थे.इस बैठक में बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व ICC चेयरमैन एन श्रीनिवासन, पूर्व BCCI सचिव निरंजन शाह, पूर्व बोर्ड ट्रेजरर अनिरुद्ध चौधरी और DDCA के अध्यक्ष रोहन जेटली शामिल हुए थे. बोर्ड ने फैसला किया था कि बीसीसीआई के सचिव पद पर गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह बने रहेंगे. राजीव शुक्ला भी उपाध्यक्ष के पद पर बने रहेंगे. 2017-19 तक मुंबई क्रिकेट संघ के अध्यक्ष रह चुके आशीष शेहलर बोर्ड के कोषाध्यक्ष होंगे, जबकि असम क्रिकेट संघ के सचिव देवाजीत सैकिया संयुक्त सचिव बनेंगे. दिल्ली मुंबई की बैठक में ये तय नहीं था कि चुनाव होंगे लेकिन 11 अक्टूबर को जो स्थिति बनी उसके बाद चुनाव कराने का कोई मकसद नहीं बचा. सारे नाम पहले से तय कर दिये गये थे.
11 अक्टूबर को बीसीसीआई की बैठक रही हंगामेदार.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक के दौरान सौरव गांगुली के कामकाज पर अंगुली उठाई गई औऱ उनपर बोर्ड के हित के खिलाफ विज्ञापनों को बढ़ावा देने के आरोप लगे.गांगुली पर आरोप लगे कि उन्होंने उन विज्ञापनों को एंडोर्स किया जो बासीसीआई के विज्ञापकों के प्रतिस्पर्धी हैं.इसके कारण बीसीसीआई को वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ा.इस आरोपों के बाद गांगुली बेहद नाराज नजर आये. बताया जा रहा है कि सौरव गांगुली को बीसीसीआई अध्यक्ष पद छोड़कर IPL का अध्यक्ष पद ऑफर किया गया जिसे गांगुली ने ये कहते हुए ठुकरा दिया कि एक बार जब वो बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके है तो किसी उप समिति का अध्यक्ष बनना उनके लिए ठीक नहीं होगा. वहां मौजूद पत्रकारों ने बताया कि बैठक के बाद सौरव गांगुली बिना किसी से बात किये सीधे अपनी गाड़ी मे बैठकर निकल गये.
बीजेपी में शामिल होने से इंकार करने पर हटाये गये गांगुली-टीएमसी का आरोप
अब इसी बात को मुद्दा बनाकर तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सौरव गांगुली को राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है. बंगाल के तृणमूल कांग्रेस नेता शांतनु सेन ने कहा कि उन्हें बीजेपी की तरफ से पार्टी मे शामिल होने का ऑफर दिया गया था लेकिन सौरव ने ऑफर मानने से इंकार कर दिया. पश्चिम बंगाल से होने के कारण सौरव गांगुली को दूसरा मौका नहीं दिया गया जबकि दूसरे लगभग सभी पदाधिकारियों को दूसरा मौका दिया गया.
सौरव गांगुली को बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से हटाकर नये अध्यक्ष का नाम तय करन पर राजनीतिक बवाल मच गया है. तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सौरव गांगुली को बीजेपी राजनीति का शिकार बना रही है. #BCCIPresident #BCCI #TMC pic.twitter.com/nSrBoiv2oy
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) October 12, 2022
BCCI अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहते थे सौरव गांगुली
मीडिया रिपोर्ट से मुताबिक ये खबर चर्चा में है कि सौरव गांगुली अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहते थे लेकिन उन्हें राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण हटना पड़ा. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एक बड़े राजनेता की नापसंदगी के कारण सौरव गांगुली को पद से हटाया गया. अभी तक ये कहा जा रहा था कि सौरव गांगुली अगर बीसीसीआई से हटते हैं तो उन्हें ICC के लिए भेजा जायेगा लेकिन अब ये तय नही है कि भारत से ICC के लिए किसे भेजा जायेगा.