शिमला
हिमाचल प्रदेश में चुनाव आयोग ने बड़े कारनामे को अंजाम दिया है. चुनाव आयोग ने यहां कि एक सीट पर 100 से भी ज्यादा 112.5 प्रतिशत मतदान करवाया है. आप सोच रहे होंगे चुनाव आयोग ने इतनी बड़ी गलती कैसे कर दी. जितने मतदाता थे उनसे ज्यादा लोगों को वोट डालने की इजाजत कैसे दी गई. तो इसमें गलती की कोई बात नहीं है ये तो कुछ तकनीकी कारणों से संभव हो गया की एक सीट पर 112. प्रतिशत मतदान हो गया. चलिए आपको बाते है ये कैसे संभव हुआ.
हिमाचल प्रदेश में हाल ही में 12 नंवबर को हुए विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग ने कई माइल स्टोन बनाये. कठिन भौगोलिक प्ररिस्थितियों के बावजूद रिकार्ड संख्या में मतदान करवाया. लेकिन किन्नौर के “का” विधानसभा क्षेत्र में तो चमत्कार ही कर दिया.समुद्र तल से 9 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित ‘का’ विधानसभा क्षेत्र में सौ प्रतिशत नहीं बल्कि 112.5 प्रतिशत मतदान करवाने का रिकार्ड बनाया है. जी हां आपने सही पढ़ा है.112.5 प्रतिशत मतदान .
कैसे हुआ 100 में से 112.5 प्रतिशत मतदान
पूह तहसील के ‘का’ विधानसभा क्षेत्र में इस बार कुल मतदाता से भी ज्यादा संख्या में मतदान हुआ है. किन्नौर जिले के पूह तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव में 112 प्रतिशत मतदान हुआ है.
किन्नौर के जिला निर्वाचन अधिकारी आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि लगभग 9 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित किन्नौर- 68 (अ.ज.जा) विधानसभा क्षेत्र के ‘का’ मतदान केंद्र में इस बार 112.5 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है जो शत-प्रतिशत मतदान से 12.5 प्रतिशत अधिक है.
उन्होंने बताया कि इस मतदान केंद्र में 18 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया. ‘का’ मतदान केंद्र में कुल 16 मतदाता हैं, जिनमें 11 महिलाएं व 5 पुरुष शामिल हैं. मतदान केंद्र में 9 महिलाओं व 5 पुरुषों ने अपने मताधिकार का प्रयोग तो किया ही , साथ ही मतदान केंद्र पर नियुक्त 4 मतदान कर्मियों ने इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट (ई.डी.सी) के माध्यम से मतदान किया,जिस कारण मतदान 112.5 प्रतिशत दर्ज हुआ है.