Delhi New CM Oath : दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के तौर पर आतिशी ने शपथ ग्रहण कर लिया है. इसके साथ ही आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला और प्रदेश की 8वीं मुख्यमंत्री बन गई हैं. आतिशी ने पांच मंत्रियो के साथ शपथ ली है. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने शपथ दिलाई. इस दौरान अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे.आतिशी के साथ पांच मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई.
Delhi New CM Oath : आतिशी कैबनेट के पांच मंत्रियों ने लिया शपथ
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्यमंत्री के रुप में आतिशी को शपथ दिलाने के बाद उनके कैबिनेट के लिए 5 मंत्रियो को भी शपथ दिलाई. मुख्यमंत्री के साथ शपथ लेने वालों में सौरभ भारद्वाज,गोपाल राय, इमरान हुसैन कैलाश गहलौत और मुकेश कुमार शामिल हैं.
आम आदमी पार्टी में आतिशी का योगदान
आतिशी आम आदमी पार्टी की वो महत्वपूर्ण नेता रही हैं जिन्होंने 2013 में आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद दिल्ली में पहली बार चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी के लिए मैनिफेस्टो तैयार किया था . आतिशी आप के घोषणापत्र मसौदा समिति की सदस्य भी थी और शुरु से ही आम आदमी पार्टी की नीतियों के निर्धारण और पार्टी को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता के रूप में भी आतिशी ने प्रमुख मंचों पर मजबूती से पार्टी का पक्ष रखा. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद दिल्ली मे आये जल संकट, बाढ़ और कई दूसरे मौकों पर भी आतिशी ने अपने नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया. पार्टी के तमाम नेताओं को विषम परिस्थितियो में जोड़कर रखने में आतिशी की भूमिका बहुत बड़ी रही है.
नई मुख्यमंत्री का कार्यकाल होगा छोटा
अरविंद केजरीवाल के अपने पद से इस्तीफा देने की घोषण के बाद पूर्ण बहुमत वाली आम आदमी सरकार ने दिल्ली में अपने पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी को मुख्यमंत्री बनाने के फैसला किया है. आतिशी ने बिना मुख्यमंत्री के दिल्ली सरकार को मुश्किल परिस्थियों में भी बेहतरीन काम करके अपनी एक खास जगह बनाई है. इसी कारण से आरविंद केजरीवाल ने अपने पद की उत्तराधिकारी के तौर पर आतिशी को चुना है. आतिशी का कार्यकाल बतौर सीएम छोटा ही होगा, क्योंकि दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल फरवरी के महीने मे खत्म होगा. यानी आतिशी के पासस करीब 5 महीन का समय है लेकिन आम आदमी पार्टी की मांग है कि दिल्ली के विधानसभा चुनाव तय समय से पहल कराया जाये. अरविंद केजरीवाल की मांग है कि दिल्ली के विधानसबा चुनाव भी महाराष्ट्र और झारखंड के साथ कराये जायें ऐसे में अगर समय पूर्व चुनाव होते है तो नई मुख्यमंत्री का कार्यकाल और छोटा होगा.
अरविंद केजरीवाल के फिर से मुख्यमंत्री बनाना मकसद
दिल्ली की नई सीएम आतिशी क कहना हैकि वो दिल्ली की बागडोर जरुर संभाल रही है लेकिन चुनाव से पहले उनके पास दो ही मकसद होंगे. पहल दिल्ली की जनता को भाजपा के षडयंत्र से बचाना और दूसरा अरविंद केजरीवाल को पूर्ण बहुमत के साथ फिर से दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाना.