दिल्ली दिल वालों का शहर है ये हम जमाने से सुनते आये हैं लेकिन मंगोलपुरी में कुछ लड़कों के बीच हुए विवाद और उस दौरान लोगों की प्रतिक्रिया ने ये सोचने पर मजबूर कर दिया है क्या दिल्ली में दिल वाले लोग बसते हैं?
हादसे ने ये सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आस पास में क्या कुछ हो रहा है उससे हमारा (समाज) का क्या कोई लेना देना नहीं है?
सोशल मीडिया पर दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके का एक वीडियो वायरल है , जिसमें कुछ लड़के एक-दो लड़कों पर चाकू से वार करते नजर आ रहे हैं… इस पास लोग इकट्ठा हैं, कुछ लोग उस लड़ाई को छुड़ाने की कोशिश कर रहे है लेकिन जहां से वीडियो बनाया जा रहा है, वहां के महिला की रोने की आवाज आ रही है, वहीं एक दूसरी महिला उसे कह रही है कि
“तू रो क्यों रही है ..ये कोई तेरे घर का थोड़े ही है”
दरअसल दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में शुक्रवार दोपहर 8 से 9 लड़कों ने 3 लड़कों के ऊपर चाकुओं से कई वार किए जिससे एक कि मौत हो गयी जबकि दो गंभीर रूप से घायल है.तीनों लड़के चचेरे भाई है. पीड़ित और आरोपी दोनों मंगोलपुरी के ब्लॉक में आस पास रहते है.दिल्ली पुलिस के मुताबिक दोनों के बीच इलाके में वर्चस्व को लेकर विवाद चल रहा था. शुक्रवार की दोपहर आरोपियों की गली से बाइक पर निकलते वक्त एक पीड़ित का हाथ आरोपियों से टच हो गया जिसके बाद विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपियों ने तीनों भाइयों के ऊपर चाकुओं से कई वार कर दिये, जिससे एक कि मौत हो गयी और दो घायल हो गए, फिलहाल पुलिस ने तीन आरोपी शाहरुख, सैफ और विनीत को गिरफ्तार कर लिया है.
मृतक का नाम अरमान है और उसके दो चचेरे भाई फरदीन और मोइन खान उर्फ मोंटी इस वारदात में घायल हुए है.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक दोपहर करीब 2.15 बजे फरदीन आरोपी शाहरुख की गली से निकल रहा था, उस वक्त शाहरुख अपने साथियों के साथ वहीं खड़ा था, इस दौरान फरदीन का हाथ टच आरोपियों से टच हो गया जिसके बाद दोनों के बीच बहस हुई जिसके बाद फरदीन वहां से चला गया और फिर कुछ देर बाद करीब 4.30 बजे उसका भाई मोइन खान उर्फ मोंटी मामले को सुलझाने के लिए अरमान के साथ वहां पहुँचा और पीछे से उसका भाई फरदीन भी मौके पर आ गया, इसी दौरान शाहरुख, सैफ विनीत मिलाकर 8-9 लड़कों ने तीनों के ऊपर चाकुओं से वार किए जिसमें अरमान की मौत हो गयी और फरदीन और मोइन खान घायल हो गए.
अरमान की मौत के बाद अरमान के पिता मोहम्मद सलीम ने बताया कि अरमान नमाज़ पढ़कर आया था, और बाइक साफ कर रहा था, इस दौरान उसके कुछ दोस्त उसको गणेश विसर्जन की पदयात्रा में ले गए अरमान अपने दोस्तों के साथ कुछ दूर गया और वापस आ गया. पदयात्रा के दौरान उसके कपड़ों पर भी रंग लग गया, वापस आकर वह फिर अपनी बाइक साफ करने लगा इस दौरान उसको कुछ झगड़े की आवाजें सुनाई देने लगी. कुछ दूरी पर उसके दो चचेरे भाइयों को चाकू मारा जा रहा था. वह वहां बीच-बचाव करने गया. मृतक अरमान के पिता का आरोप है कि आरोपियों ने उसके कपड़ों में रंग लगा हुआ देख लिया और उसको कहा कि तू काहे का मुसलमान है जो रंग लगाकर घूम रहा है, इसी वजह से उसके ऊपर आरोपियों ने चाकू से वार करना शुरू कर दिया जिसके बाद उसकी मौत हो गई, अरमान के पिता का यह भी आरोप है चाकू मारने वाले उनके अपने समुदाय के ही कट्टर विचारधारा के लोग हैं.
वहीं दूसरे पीड़ित फरदीन ने बताया की करीब 2.30 वो के ब्लॉक की मार्किट से निकल रहा था उस वक्त उसका बाइक निकालने को लेकर आरोपियों से बहस हुई थी. उसके बाद वो वहाँ से चला गया.बाद उसके भाई के पास एक फोन आया जिसमें उन्होंने कहा कि अपने भाई को समझा ले, जिसके बाद मेरे भाई ने मुझे कहा कि क्या करके आया है, मैं उनसे बात करने जा रहा था, रास्ते में मुझे अरमान मिल गया, मैं अरमान के साथ सैफ के घर गया, वहां जाकर एक ने कहा( रंग अबीर लगा देख कर) कि ये क्या हुलिया बनाया हुआ है. इसी बात लेकर विवाद बढ़ा और सैफ और उसके भाइयो ने चाकुओं से वार करना शुरू कर दिया,10 से 12 लड़के थे जिनके हाथों में चाकू था उन सबने मार, फिर फरदीन वहां पहुँचा और फिर उसके ऊपर भी चाकुओं से वार किए गए.
फिलहाल पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए मंगोलपुरी थाने की चार टीमें रवाना कर दी है.