CAG Report Delhi : दिल्ली चुनाव में अब एक नया मुद्दा सामने आ गया है, जिसे लेकर बीजेपी आम आदमी सरकार पर हमलावर है. ये मुद्दा भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक यानी CAG की रिपोर्ट को लेकर सामने आया है. बीजेपी ने सीएजी के रिपोर्ट क आधार पर दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर राज्य को 2026 करोड़ के राजस्व का नुकसान करने का आरोप लगाया है.
CAG Report Delhi : दिल्ली में शराब नीति में हुआ घोटाला
भाजपा आरोप लगा रही है कि CAG की रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. दिल्ली में शराब नीति को लागू करने में सरकार ने नियमों का पालन नही किये जिसके कारण सरकारी खजाने को 2026 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. आमधामी पार्टी के नेताओं ने रिश्वत लेकर शराब वितरण के लिए लाइसेंस दिये. ये पहला मौका है जब दिल्ली में कथित शराब घोटाले से हुए नुकसान का एक आंकड़ा सामने आया है.
भाजापा के इस आरोप पर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने सवाल किया है कि भाजपा जो आरोप लगा रही है उसका आधार क्या है, ये सीएजी की रिपोर्ट कहां है क्योंकि सीएजी की रिपोर्ट अभी जारी नहीं की गई है. सीएजी की रिपोर्ट बाहर आने के बाद दिल्ली विधानसभा में पेश किया जाना है लेकिन अब तक रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई है.
भाजपा ने लीक रिपोर्ट के आधार पर लगाया आरोप
आप सांसद के सवाल पर बीजेपी की तरफ से कहा गया है कि उनके पास सीएजी की लीक रिपोर्ट है. भाजपा ने आरोप लगाया है कि दिल्ली की सरकार ने इस मामले में एक्सपर्ट पैनल की सिफारिशों को नजरअंदाज करके शराब का लाइसेंस बांटा. रिपोर्ट से पता चलता है कि मनीष सिसोदिया के नेतृत्व वाले मंत्रियों के समूह ने विशेषज्ञ पैनल की सिफारिशों को नजरअंदाज कर दिया था. जब लाइसेंस को लेकर शिकायतें आने लगी तब सभी को बोली लगाने की अनुमति दी गई. लाइसेंस बांटने से पहले बोली लगाने वालों की आर्थिक स्थिति के बारे विचार नहीं किया गया.
‘शराब लाइसेंस जारी करने के लिए नहीं ली गई मंजूरी‘
बीजेपी सूत्रों का दावा है कि सीएजी की रिपोर्ट में एक इकाई ने घाटा भी दिखाया, फिर भी कई लाइसेंस का रिन्यूवल किया गया. नियमों को किनारे करके लाइसेंस जारी करने वालों के सरकार ने दंडित नहीं किया. शराब के मूल्य निर्धारण में भी पारदर्शिता नहीं दिखी. इस मामले में चौंकाने वाली बात ये भी रही कि कई बड़े फैसलों पर ना तो कैबिनेट औऱ ना ही उपराज्यपाल की मंजूरी ली गई.
सीएजी की रिपोर्ट में कहा गया है कि शुल्क नियमों को जिस तरह से मंजूरी दी गई उसे विधानसभा के सामने रखा जाना चाहिए, सरकार ने ऐसा नहीं किया .
लीक रिपोर्ट के आधार पर सीएजी की रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां कुछ खुदरा दुकानदारों ने पॉलिसी का समय खत्म होने तक लाइसेंस अपने पास रखा, वहीं कुछ ने पॉलिसी की समय सीमा समाप्त होने से पहले ही लाइसेंस वापस कर दिए. सरकार ने सरेंडर किए गए खुदरा लाइसेंस के लिए दोबारा कोई टेंडर जारी नहीं किया , जिसके कारण सरकारी खजाने को करीब 890 करोड़ का घाटा हुआ. दूसरी तरफ जोनल लाइसेंसधारियों को दी गई छूट के कारण 941 करोड़ का नुकसान हुआ. कोविड काल में लगे प्रतिबंधों के आधार पर जोनल लाइसेंसधारियो को सरकार ने लाइसेंस शुल्क में 144 करोड़ की छूट दी, जिसके कारण राजस्व की भारी क्षति हुई.
वहीं डिपोटिज की गई राशि के गलत संग्रहण के कारण सरकारी खजाने को 27 करोड़ रुपये की और हानि हुई. बीजेपी के मुताबिक कैग रिपोर्ट में कहा गया है जो चूक हुई है, उसके लिए जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की जानी चाहिए.
भाजपा के आरोप पर संजय सिंह का सवाल
शराब घोटाले को लेकर बीजेपी के आरोपों पर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने सवाल किया कि ये दावे किस आधार पर आ रहे हैं ? CAG रिपोर्ट कहां है? क्या ये रिपोर्ट बीजेपी के दफ्तर से दाखिल किये गये है? संजय सिंह ने इस आरोप के बाद कहा कि बीजेपी के नेता अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं. एक तरफ खुद कह रह हैं कि सीएजी रिपोर्ट अभी पेश नहीं की गई है, दूसरी तरफ ऐसे दावे करते हैं?
सदन के पटल पर रखी जाए रिपोर्ट- बीजेपी
इस मामले पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में शीशमहल पर जो पैसा खर्च किया गया वो इसी शराब नीति से लाया गया था. दिल्ली सरकार को विधानसभा सत्र बुलाना चाहिए और रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखना चाहिये.
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भी केजरीवाल को घेरा
बीजेपी के इस दावे के बाद कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भी आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लेते हुए कहा कि ‘हम तो पहले से कह रहे हैं कि यह घोटालेबाज सरकार है. पहले केजरीवाल कांग्रेस पर इल्जाम लगाते थे, अब खुद फंस रहे है. केजरीवाल को खुद ही जेल चले जाना चाहिए.’
वहीं सीएम आतिशी के खिलाफ कालकाजी से चुनाव लड़ रही कांग्रेस की उम्मीदवार अल्का लांबा ने कहा कि अब सच्चाई सामने आ गई है. कोरोना के टाइम में दिल्ली सरकार शराब की एक बोतल के साथ एक फ्री में दे रही थी, जिसने दिल्ली सरकार को आर्थिक पर नुकसान पहुंचाया. ये पैसे लोगों के ऊपर खर्च किए जा सकते थे.
दिल्ली में आप के सामन दो दो विपक्ष
अब दिल्ली में मामला इतना दिलचस्प हो गया है कि अब तक आप केवल बीजेपी से लड़ रही थी वहीं अब कांग्रेस ने भी आम आदमी पार्टी की सरकार को घेरना शुरु कर दिया हैं. ऐसे में दिल्ली में अब आम आदमी पार्टी के सामने दो दो विपक्ष तैयार हैं.