गोरखपुर : अखिल भारतीय लोकतान्त्रिक कांग्रेस के संस्थापक और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हरिशंकर तिवारी (Harishankar Tiwari) का मंगलवार की शाम करीब साढ़े सात बजे निधन हो गया. वो 85 वर्ष के थे , और काफी समय से बीमार चल रहे थे. धर्मशाला बाजार स्थित तिवारी हाता में उन्होंने अंतिम सांस ली. परिवार के मुताबिक आज उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. बड़हलगंज स्थित मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. 85 साल के वयोवृद्ध नेता (Harishankar Tiwari) को लेकर समर्थकों में शोक की लहर है.
सपा नेता अखिलेश यादव ने जताया दुख
पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे हरिशंकर तिवारी (Harishankar Tiwari) के निधन पर सपा नेता अखिलेश यादव ने शोक जताया है. ट्वीटर पर अखिलेश यादव ने लिखा कि – पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी जी का निधन ,अत्यंत दुखद.ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिवार को असीम दुख सहन की शक्ति दे.
पूर्व मंत्री श्री हरिशंकर तिवारी जी का निधन, अत्यंत दुखद!
ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिवार को यह असीम दुख सहने की शक्ति प्रदान करे।
भावभीनी श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/XhUsI6y0b5
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 16, 2023
कद्दावर नेता हरिशंकर तिवारी की ब्राह्मण समाज में थी गहरी पैठ
ब्राह्मण समाज में गहरी पकड़ रखने वाले हरिशंकर तिवारी (Harishankar Tiwari) उत्तर प्रदेश में पांच बार कैबिनेट मंत्री रहे.गोरखपुर के चुल्लूपार विधानसभा सीट से हरिशंकर तिवारी 22 वर्षों तक विधायक रहे.वो छह बार विधायक चुने गये.हरिशंकर तिवारी ने पहला चुनाव 1985 में निर्दलीय लड़ा था.पहली बार निर्लदलीय लड़ने के बाद अलग अलग पार्टियों से चुनाव लड़ा और जीतते रहे. 3 बार कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़े और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बने. फिर 2007 में बहुजन समाजपार्टी से अपने प्रतिनिधि राजेश त्रिपाठी को चुनाव लड़ाया. हरिशंकर तिवारी पूर्वांचल के बाहुबली नेता के तौर पर भी जाने जाते थे.
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कल्याण सिंह से लेकर मुलायम सिंह तक की सरकार में रहे मंत्री
बड़हलगंज के टांड़ा गांव में जन्मे हरिशंकर तिवारी (Harishankar Tiwari) चिल्लूपार से छह बार विधायक रहने के दौरान कल्याण सिंह से लेकर मुलायम सिंह यादव की सरकार में अलग अलग विभागों के मंत्री रहे. उनके निधन के समय उनके बड़े बेटे पूर्व सांसद भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी और पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी घर पर ही मौजूद थे.उनके निधन की खबर सुनते ही घर के बाहर बड़ी संख्या में समर्थक पहुंच चुके हैं.