Saturday, September 21, 2024

मठ और मठाधीश बयान पर अखिलेश यादव ने दी सफाई- कहा- साधु संन्यासियों पर नहीं की टिप्पणी

Akhilesh Yadav : उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पिछले दिनों की गई अपनी ही माफिया और मठाधीश वाली टिप्पणी पर सफाई दी है. अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी टिप्पणी सरकार की कार्यशैली को लेकर थे ना कि किसी साधु-संत पर.

Akhilesh Yadav की टिप्पणी से भड़का संत समाज   

दरअसल पिछले दिनों सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के काम काज पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि ‘माफिया और मठाधीश’ में ज्यादा अंतर नहीं होता है. अखिलेश यादव के इस बयान को बीजेपी ने आड़े हाथों लिया और कहा कि ऐसे बयान उनकी सनातन विरोधी मानसिकता का परिचायक बताया . बीजेपी की ओर से कहा गया कि अब सपा प्रमुख साधु-संन्यासियों की तुलना माफियाओं से कर रहे हैं.

कन्नौज में अखिलेश यादव ने कही ये बात

अखिलेश यादव शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र कन्नौज पहुंचे थे. यहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए अपने बयान पर हो रहे विवाद को लेकर सफाई दी. उन्होंने कहा कि “मैंने कभी भी हमारे किसी साधु-संत, ऋषि-मुनि या आचार्य के बारे में नहीं कहा. हमने इनके ऊपर कभी टिप्पणी नहीं की. हम लोगों ने जो टिप्पणी की है वह मठाधीश मुख्यमंत्री पर की है. संत तो हमारे लिए पूजनीय हैं, हम उन्हें गुरु मानते हैं. लेकिन सीएम पर हमने टिप्पणी की थी. मठाधीश पर किसी को क्या शिकायत हो सकती है. हमारे मुख्यमंत्री तो खुद मठाधीश हैं.”

दरअसल पिछले दिनों अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया X पर किये गये एक पोस्ट में लिखा था  “भाषा से पहचानिए असली सन्त महन्त, साधु वेष में घूमते जग में धूर्त अनन्त”

अखिलेश य़ादव के ‘माफिया और मठाधीश’ वाली इस ट्टीट के बाद अयोध्या के साथ साथ दूसरी जगहों पर भी साधु-संतों ने नाराजगी जताई . वही सियासी पारा को गर्माते हुए भाजपा ने कहा कि यही समाजवादी पार्टी का चरित्र है.यूपी भजापा के अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने सपा प्रमुख पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि “सपा ने हमेशा सनातन धर्म को कलंकित करने का काम किया है. हमारे साधु-संतों के प्रति उनके किस प्रकार के विचार रहे हैं वह जग जाहिर है. अयोध्या में भगवान श्रीराम के कारसेवकों का नरसंहार इन्होंने ही करवाया था. सामाजवादी पार्टी का चरित्र हिंदू विरोधी है.”

अजय यादव एनकाउंटर अखिलेश यादव ने उठाया था सवाल  

अपने संसदीय क्षेत्र कन्नौज में मीडिया से बात करते हुए सपा प्रमुख ने योगी सरकार की एनकाउंटर नीति पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि यूपी में इस सरकार (योगी सरकार) के आने के बाद से अब तक 18 हजार एनकाउंटर हुए हैं, जिनमें 200 मौतें हो चुकी हैं. अखिलेश यादव ने अपने तर्क मे कहा कि अगर एनकाउंटर से कानून-व्यवस्था बेहतर होती है तो फिर राज्य में रोज अपराध हो ही क्यों रहे हैं?

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि  “देश में सबसे ज्यादा बलात्कार के मामले उत्तर प्रदेश में हो रहे हैं. सरकार ने जो स्मार्टफोन दिया वो पंडाल के बाहर ही छिन गया. उत्तर प्रदेश के अपराधी राज्य छोड़कर भी नहीं गये, जैसा कि भाजपा दावा करती है. अखिलेश ने आरोप लगाया कि अपराधियों के राज्य छोड़कर जाने के जगह उनका भाजपाईकरण हो गया है. उत्तर प्रदेश में पल रहे तमाम दबंगों और अपराधियों को सत्ता का संरक्षण हासिल है . योगी सरकार में हर स्तर पर भेदभाव हो रहा है.”

 जाति-धर्म देखकर तय होती है सजा – अखिलेश यादव का आरोप-

अखिलेश यादव ने लालू यादव को लेकर सीबीआई के कदम के बारे में बात करते हुए कहा कि जैसे देश में सीबीआई का दफ्तर चलाता है वैसे ही यूपी में थाने चल रहे हैं.यहां जाति और धर्म देखकर आरोपियों के सजाएं तय की जाती हैं.सत्ता से जुड़े अराजक तत्वों को छूट मिलती है. विपक्षियों के घरों पर बुल्डोजर चलाने में देर नहीं लगती है. इसीलिए राज्य में अपराधिक घटनाएं कम होने के जगह पर लगातार बढ़ती ही जा रही हैं.

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