दिल्ली: न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट में बुज़ुर्ग महिला पर पेशाब करने वाला आरोपी शख्स पकड़ा गया है. घटना कुछ वक्त पहले सामने आई थी. जिसमें विमान में नशे में धुत एक शख्स ने इस शर्मनाक हरकत को अंजाम दिया था. वो भी सबके सामने लेकिन उस वक्त फ्लाइट में मौजूद केबिन क्रू की लापरवाही से वो बचकर निकल गया था. पीड़ित महिला गुहार लगाती रह गई लेकिन किसी ने उसकी एक ना सुनी. तो आइये आपको बताते हैं कैसे पकड़ा गया वो बेशर्म शख्स जिसने उड़ते विमान में एक बुज़ुर्ग महिला के साथ इतनी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल ये घटना 26 नवंबर 2022 की है. जब 70 साल की एक बुजुर्ग महिला एयर इंडिया की फ्लाइट AI-102 से न्यूयॉर्क के जॉन एफ कैनेडी एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए यात्रा कर रही थीं. तभी बिजनेस क्लास में बैठी 70 साल की बुजुर्ग महिला पर नशे में धुत एक शख्स ने पेशाब कर दिया. उस नशेड़ी का नाम है शंकर मिश्रा. जो पेशे से वेल्स फारगो नाम की कंपनी में वाईस प्रेसिडेंट के पद पर तैनात था. पीड़ित बुज़ुर्ग महिला का आरोप ये भी है कि उनकी शिकायत के बावजूद केबिन क्रू मेंबर्स की तरफ से आरोपी शंकर मिश्रा के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया.यहां तक कि फ्लाइट दिल्ली लैंड होने के बाद भी शंकर मिश्रा को नहीं रोका गया और वो दिल्ली से मुंबई के लिए दूसरी फ्लाइट से निकल गया. इसके बाद इन्साफ कि गुहार लगाते हुए महिला ने टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन को पत्र लिख कर उन्हें मामले से रूबरू कराया. तब जाकर मामले की जांच शुरू हुई. इस शिकायत के बाद आरोपी को मात्र ‘नो फ्लाइ लिस्ट में शामिल करने की मामूली सजा सुना दी गई थी .
कैसे पकड़ा गया नशेड़ी शंकर
जैसे ही खबर मीडिया को लगी वैसे ही खबर वारयरल हो गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई शुरू हुई. डीजीसीए ने एयरलाइन को फटकार लगाई और कहा कि तीन दिन के अंदर डिटेल रिपोर्ट सौंपे. इस बीच दिल्ली पुलिस ने उस शराबी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी. और आखिरकार आरोपी शंकर पुलिस के हाथों पकड़ा गया. 3 जनवरी को शंकर मिश्रा की लास्ट लोकेशन बंगलोर की मिली थी. उसी दिन शंकर ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया था. शंकर मिश्रा बैंगलोर में ट्रैवल करने के लिए टैक्सी का इस्तेमाल कर रहा था. तो आरोपी को पकड़ने के लिए उसके ऑफिस से जहां भी वो जाता आता था. उसकी ट्रैवल हिस्ट्री निकाली गई, जिस रूट से वो बंगलोर के अपने ऑफिस पहुंचता था. उस रूट को दिल्ली पुलिस ने फॉलो किया. जिसके बाद देर रात मैसूर में शंकर मिश्रा की लोकेशन मिली, जब तक दिल्ली पुलिस वहां पहुंचती शंकर मिश्रा टैक्सी से उतर कर जा चुका था, ट्रैक्सी के ड्राइवर से जब पुलिस ने पूछताछ की तो कुछ जानकारी मिली . उसी आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया .
जिस जगह से आरोपी शंकर को गिरफ्तार किया गया वहां पहले भी शंकर मिश्रा कई बार रुक चुका था. लिहाजा दिल्ली पुलिस वहां पहुंची और तब जाकर उसे पकड़ा गया. शायद उसे पता नहीं था कि उसकी उस शर्मनाक हरकत के लिए वो पकड़ा भी जाएगा लेकिन वो कहावत तो आपने सुनी ही होगी जैसा करोगे वैसा भरोगे.
क्रू कैबिन मेंबर पर भी होगी कार्रवाई?
यहां सोचने वाली बात ये भी है कि आरोपी को सज़ा मिलने में इतनी देर क्यों लगी . उसे सज़ा तो तभी मिल जानी चाहिए थे जब विमान के अंदर उसने सबके सामने एक बुज़ुर्ग महिला पर पेशाब किया था . तभी उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर देना चाहिए था . लेकिन ऐसा करने की जगह केबिन क्रू ने महिला को चुप करा दिया . उसे अनसुना कर दिया गया . तो यहां आरोपी तो वो स्टाफ भी हैं . जो एक महिला के सम्मान के लिए खड़ा नहीं हुआ . आरोपी तो वो लोग भी हैं जो मूक दर्शक बनकर सब कुछ देखते रहे . आरोपी तो वो लोग भी हैं जो एक बुज़ुर्ग महिला की बेबसी पर उसके साथ हुए अपमान और उसके शोषण पर चुप रहे . समाज में यही चुप्पी शंकर जैसे हैवानों को शह देती है . और समाज में अपराध बढ़ता है .
जहां एक तरफ एयरलाइन्स ने यात्रियों के लिए बेहद कड़े प्रावधान रखें हैं . जहां एक शब्द बोलने पर आपको जेल हो सकती है . तो वहीं दूसरी तरफ उड़ते विमान में इतना बड़ा काण्ड हो जाता है और कोई कुछ नहीं करता . हालांकि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने एयरलाइन से मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. निदेशायल का कहना है कि लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.अब देखना ये है कि कार्रवाई के नाम पर एक मिसाल दी जायेगी या फिर बस वार्निंग देकर इस गुनाह के भागीदारियों को छोड़ दिया जाएगा .