मुजफ्फरनगर : मुजफ्फरनगर में बुधवार दोपहर नेशनल हाईवे पर अवरोध बनी वर्षों पुरानी एक मजार और मस्जिद को जिला प्रशासन ने बुलडोजर और जेसीबी मशीन चला कर जमींदोज कर दिया. जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरनगर में पानीपत खटीमा राजमार्ग पर चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है जिसमें हाईवे के किनारे बने सभी धार्मिक स्थलों को जिला प्रशासन द्वारा 2 माह पूर्व नोटिस देकर हटाने की मांग की गई थी लेकिन जब हाईवे के किनारे बने मंदिर और मस्जिदों को हटाया नहीं गया तो आज जिला प्रशासन की टीम पुलिस के साथ पानीपत खटीमा राजमार्ग पर बुलडोजर और जेसीबी मशीन लेकर पहुंची और हाईवे के किनारे बने 300 वर्ष पुराने मजार को ध्वस्त कर दिया.
लोगों का कहना है कि पानीपत खटीमा राजमार्ग पर बनी यह मजार मुजफ्फरनगर के जमींदार रहे मुजफ्फर अली की मजार है जो 300 वर्ष पुरानी है. मजार के पीछे इबादत के लिए मस्जिद भी बनाई गई थी जिसे जिला प्रशासन की चार जेसीबी मशीन और दो बुलडोजर ने मजार के साथ जमींदोज कर दिया.
एसडीएम सदर परमानंद झा ने जानकारी देते हुए बताया कि हाईवे के किनारे बने सभी अवैध निर्माण चाहे मंदिर हो या मस्जिद सभी को हटाने का नोटिस दिया गया था लेकिन बावजूद इसके किसी ने धार्मिक स्थल हाईवे से नहीं हटाए इसलिए आज हाईवे के किनारे बने सभी धार्मिक स्थलों को हटाया जा रहा है.
मजार की देख रेख करने वाले हाफिज इरफ़ान ने बताया की ये मज़ार मुज़फ्फरनगर के जमींदार मुज़फ्फरनगर अली साहब की थी जिसे 1632 में उनकी मृत्यु के बाद दफनाया गया था. मुज़फ्फरनगर अली के नाम से ही इस शहर का नाम मुज़फ्फरनगर पड़ा था.