Patna RJD Meeting : इन दिनों बिहार में राजद (RJD) का सदस्यता अभियान चल रहा है. इस अभियान को लेकर प्रदेश राजद कार्यालय में समीक्षा बैठक हुई. इस बैठक की खास बात रही कि बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह मौजूद नहीं थे, उनकी जगह पर तेजस्वी यादव ने खुद बैठक की अध्यक्षता की और सदस्यता अभियान की समीक्षा की. बैठक के दौरान वर्तमान राजनीतिक हालात के साथ 2025 विधानसभा चुनाव की रणनीति पर भी विचार हुआ.
Patna RJD Meeting बाद अभय कुशवाहा का बड़ा बयान
राजद की बैठक के बाद लोकसभा में राष्ट्रीय जनता दल के संसदीय दल के नेता अभय कुशवाहा से जब पूछा गया कि क्या नीतीश कुमार और तेजस्वी यादल के एक साथ आने की कोई संभावना है तो इस पर उन्होंने बड़ी बात कही. अभय कुशवाहा ने कहा कि ‘चाचा-भतीजा साथ हैं. चाचा मुख्यमंत्री और भतीजा नेता प्रतिपक्ष हैं. कैसे कह सकते हैं कि चाचा भतीजा साथ नहीं हैं? अब आगे देखिए आने वाले राजनीति में क्या होता है. कयासों का बाजार चलते रहता है. आप भी देखिए हम भी देखते हैं.’
RJD की बैठक में क्यों नहीं पहुंचे जगदानंद सिंह
राजद की आज की बैठक में राष्ट्रीय जनता दल के सभी विधायक, पार्षद और सभी विधानसभा के प्रत्याशियों, जिला अध्यक्षों सहित प्रदेश के सभी बड़े नेताओं को बुलाया था. सभी नेता और कार्यकर्ता तो बैठक में पहुंचे लेकिन प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बैठक से दूरी बरकरार रखा है.
दरअसल राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह बिहार विधानसभा की चार सीटों पर हुए उपचुनाव के बाद से नाराज हैं. उपचुनाव के दौरान चारों सीटों पर राजद का प्रदर्शन बहुत खराब हुआ था. आरजेडी अपने कोटे की दोनों सीटों के साथ साथ महागठबंधन के कोटे से मिले तीनों सीट भी हार गई थी. विधानसभा के उप चुनाव में जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह रामगढ़ की वो सीट भी हार गये, जिसपर खुद उन्होने 6 बार जीत दर्ज की थी. शुद सुधार सिंह 2020 में यहां से चुनाव जीते थे. लेकिन उपचुनाव में हार गये. इसके बाद से हार की जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने इस्तीफा देने की पेशकश की थी, जिसे लालू प्रसाद यादव ने अस्वीकर कर दिया था.