उत्तरप्रदेश की योगी 2.0 सरकार अपराधियों और माफिया पर कहर बनकर टूट रही है. जो बाहुबली नेता कभी राजनीतिक संरक्षण की आड़ में अपराधी जगत के बादशाह बने रहते थे. आज वही बाहुबली जेल की कालकोठरी में धुल चाट रहे हैं. ऐसे में बात अगर माफिया मुख्तार अंसारी की करे तो उनके बेटे से लेकर सभी सगे और ख़ास सम्बन्धियों पर कानूनी शिकंजे की तलवार लटक रही है. आये दिन किसी न किसी के खिलाफ बड़े स्तर पर एक्शन लिया जा रहा है. अब तक मुख्तार अंसारी, पत्नी अफशा, बेटे अब्बास और उमर को मिलाकर 49 सदस्य व सहयोगियों पर प्रशासन का हंटर चल चूका है.
उत्तरप्रदेश के कई ज़िलों में खासकर गाजीपुर, आजमगढ़, वाराणसी सहित पूर्वांचल के कई जनपदों में गिरोह के खिलाफ ताबड़तोड़ एक्शन लिया जा रहा है. अकेले मऊ में अभी तक 200 करोड़ से ऊपर की संपत्ति जब्त कर ली गई है.
09 जून को प्रशासन ने दशई पोखरा के पास मुख्तार के बेटों अब्बास और उमर के नाम 24 करोड़ की संपत्ति को जब्त किया था. अभी भी अब्बास अंसारी की तलाश में यूपी पुलिस दिन रात एक कर रही है. मिली खबर के मुताबिक राजधानी लखनऊ, गाजीपुर, मऊ नई दिल्ली और नोएडा स्थित आवास पर दबिश दी गई. ये तलाशी साल 2012 में लखनऊ से शुरू हुए आर्म्स एक्ट के तहत जारी है. जिसमें नई दिल्ली के पते पर स्थानांतरित कराने के मामले में गैरहाजिर चल रहे आरोपी अब्बास अंसारी के खिलाफ एमपी-एमएलए की विशेष मजिस्ट्रेट कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है.
सिर्फ बेटों पर ही नहीं बल्कि यूपी पुलिस ने मुख्तार अंसारी के बड़े भाई व गाजीपुर से बसपा सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. पहली बार अफजाल अंसारी पर पुलिस प्रशासन कार्रवाई करने जा रहा है.
भांवरकोल थाना क्षेत्र के ग्राम माचा में अफजाल अंसारी ने काफी अवैध ज़मीन खरीद रखी है. जिसकी कीमत 15 करोड़ से भी ऊपर है. पुलिस और प्रशासन ने अफ़ज़ल अंसारी की उन अवैध ज़मीनों को कुर्क कर लिया है. बताया जा रहा है कि गैंगस्टर एक्ट के मामले में यह कार्रवाई की जा रही है.
इन लगातार होते एक्शन से ये तो साफ़ है कि अपराधियों को यूपी पुलिस बक्शने वाली नहीं है फिर चाहे वो कोई भी हो.