जयपुर : जयपुर की फैमिली कोर्ट में एक पति ने अपनी पत्नी को भरण पोषण Maintenance की राशि दिए जाने के लिए कोर्ट में 55000 रुपये के सिक्के जमा कराये हैं. 55 हजार के ये सिक्के सात बोरियों में भरकर कोर्ट में लाए गए. इन बोरियों में 1 और 2 रुपए के सिक्के हैं.
Maintenance की है रकम
पत्नी ने कोर्ट के सामने आपत्ति दर्ज कराई. उसका कहना था कि Maintenance के लिए 7 बोरियों में 55 हजार के सिक्के देना मानसिक प्रताड़ना है. पत्नी की आपत्ति के बाद कोर्ट ने कहा कि 55 हजार के सिक्के पति ही बैठ कर गिनेगा. हालांकि आज जज के छुट्टी पर रहने की वजह से सिक्कों की गिनती नहीं हो सकी. अब सिक्कों की गिनती 5 जुलाई को होगी.
जयपुर का है मामला
दरअसल ये मामला अपने आप में अनोखा है. पति दशरथ कुमावत का अपनी पत्नी सीमा कुमावत से तलाक का केस चल रहा था. कोर्ट ने पति को 5 हजार रुपए प्रति माह भरण पोषण Maintenance का आदेश दिया था. कई महीने तक भरण पोषण Maintenance नहीं देने पर पति के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट निकल गया. इसके बाद पति ने कोर्ट में करीब 7 बोरियों में भरकर यह राशि सिक्कों के रूप में जमा कराई थी.
पत्नी ने कहा ये प्रताड़ना है
इस बीच आज पीड़ित पत्नी की ओर से कोर्ट में एक एप्लिकेशन दिया गया है जिसमें कोर्ट से प्रार्थना की गई है कि पुनर्भरण Maintenance की राशि सिक्कों के रूप में ना देकर नोटों के रूप में दी जाए. पत्नी सीमा कुमावत के अनुसार भरण पोषण की यह राशि सिक्कों के रूप में जानबूझकर दी गई है ताकि मानसिक रूप से मुझे प्रताड़ित किया जा सके. जबकि पति दशरथ कुमावत का कहना है कि उसके पास यही जमा पूंजी थी जो उसने कोर्ट में जमा करा दी है और कानूनन यह सिक्के भी वैध ही हैं. पहले भरण पोषण देने में आना कानी करना. फिर गिरफ्तारी वारंट निकलने पर 7 बोरियों में सिक्के जमा कराने को कोर्ट ने गंभीरता से लिया है. कोर्ट ने कहा है कि 55 हजार के सिक्के पति ही बैठ कर गिनेगा.