Vinesh Phogat joins Congress: हरियाणा चुनाव से पहले विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. दिल्ली के एआईसीसी मुख्यालय में दोनों को पार्टी में शामिल कराया गया. इस मौके पर कांग्रेस के संगठन सचिव के सी वेणू गोपाल, प्रवक्ता पवन खेड़ा, हरियाणा पार्टी के प्रभारी महासचिव प्रभारी दीपक बावरिया, हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान भी मौजूद रहे.
आज @Phogat_Vinesh जी और @BajrangPunia जी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए।
आपको बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
📍 नई दिल्ली pic.twitter.com/KZAW552hwm
— Congress (@INCIndia) September 6, 2024
आप हमारे दर्द और आंसुओं को समझ पा रहे थे-विनेश फोगाट
कांग्रेस से जुड़ने के बाद विनेश ने कहा, “मैं कांग्रेस का बहुत-बहुत धन्यवाद करती हूं, क्योंकि बुरे समय में ही पता चलता है- अपना कौन है. जब हमें सड़क पर घसीटा जा रहा था, तो BJP को छोड़कर आप सभी हमारे साथ थे. आप हमारे दर्द और आंसुओं को समझ पा रहे थे. मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसी विचारधारा से जुड़ी हूं, जो महिलाओं पर हो रहे अन्याय के खिलाफ खड़ी है और सड़क से संसद तक उनके हक की लड़ाई लड़ने को तैयार है.”
ऐसी चर्चा है कि कांग्रेस विनेश फोगाट को चरखी दादरी की बढाड़ा या जुलाना सीट से टिकट दे सकती है.
मल्लिकार्जुन खड़गे से मिले विनेश-बजरंग
इससे पहले विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिले. इस मुलाकात की तस्वीर पोस्ट करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा, “चक दे इंडिया, चक दे हरियाणा! दुनिया में भारत का नाम रौशन करने वाले हमारे प्रतिभाशाली चैंपियन विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया से 10 राजाजी मार्ग पर मुलाक़ात. हमें आप दोनों पर गर्व है.” इस फोटो में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणू गोपाल भी नज़र आ रहे हैं.
चक दे इंडिया, चक दे हरियाणा!
दुनिया में भारत का नाम रौशन करने वाले हमारे प्रतिभाशाली चैंपियन विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया से 10 राजाजी मार्ग पर मुलाक़ात।
हमें आप दोनों पर गर्व है। pic.twitter.com/aFRwfFeeo1
— Mallikarjun Kharge (@kharge) September 6, 2024
बजरंग और विनेश ने छोड़ी रेलवे की नौकरी
कांग्रेस में शामिल होने और चुनाव लड़ने का एलान करने से पहले बजरंग पुनिया और विनोश फोगाट ने अपनी सरकारी नौकरियों से भी इस्तीफा दे दिया. शुक्रवार को रेलवे से दिए त्यागपत्र को एक्स पर साझा करते हुए विनेश ने लिखा, “भारतीय रेलवे की सेवा मेरे जीवन का एक यादगार और गौरवपूर्ण समय रहा है. जीवन के इस मोड़ पर मैंने स्वयं को रेलवे सेवा से पृथक करने का निर्णय लेते हुए अपना त्यागपत्र भारतीय रेलवे के सक्षम अधिकारियों को सौप दिया है. राष्ट्र की सेवा में रेलवे द्वारा मुझे दिये गये इस अवसर के लिए मैं भारतीय रेलवे परिवार की सदैव आभारी रहूँगी.”