Sunday, December 8, 2024

VARANASI HOTEL ARCADIA: तेज प्रताप यादव के पैरों में गिरकर मैनेजर ने मांगी मांफी, 2 सेकेंड का वीडियो वायरल

दिल्ली : ना कोई कानून ना कार्रवाई. बस सीधा इंसाफ. ये तरीका है बिहार के जिम्मेदार मंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) का. हम आपको कोई सुनी सुनाई बात नहीं कह रहे हैं. ये मामला बनारस के आर्केडिया होटल का है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें बिहार सरकार के माननीय वन पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के पैरों में गिर कर एक व्यक्ति मांफी मांगता नजर आ रहा है. व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि आर्केडिया होटल का मैनेजर है.

क्यों गुस्से में है तेज प्रताप यादव

दरअसल मामला इसी महीने का है जब बिहार सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) वाराणसी पहुंचे. तेज प्रताप यादव अक्सर वाराणसी आते जाते रहते हैं. इस बार 6 अप्रैल को तेज प्रताप बनारस के एक नामी होटल आर्केडिया ARCADIA में रुके, जहां से खबर आई कि होटल ने 7 तारीख की आधी रात को उनका सामान उठाकर बाहर रख दिया. तेज प्रताप यादव के मित्र, जिसने होटल बुक कराया था उसने पुलिस को इसकी जानकारी दी और शिकायत दर्ज कराई. उसका कहना था कि तेज प्रताप की गैरमौजूदगी में उनके कमरे में घुसकर होटल प्रबंधन ने उनका सामान निकाला और बाहर रख दिया.

 होटल प्रशासन ने मांगी थी मांफी

पुलिस ने जब होटल प्रबंधन से पूछताछ की तो बताया गया कि तेज प्रताप का कमरा नंबर 105 खाली नहीं कराया गया था. तेज प्रताप के साथ उनके स्टाफ 106 नंबर कमरे में ठहरे थे . उस कमरे को खाली कराया गया क्योंकि वो रूम केवल एक दिन 6 अप्रैल के लिए बुक किया गया था लेकिन जब 7 तारीख को देर रात तक भी कमरा खाली नहीं हुआ तो तेज प्रताप के स्टाफ के सामने कमरा नंबर 106 को खाली कराया गया क्योंकि कमरा नंबर 106 किसी और मेहमान के लिए पहले ही बुक था. तेजप्रताप का कमरा नंबर 105 खाली नहीं कराया गया था.
खैर सुबह जब खबर मीडिया में फैली तो होटल प्रबंधन ने माफी मांग ली औऱ उन्हें लगा कि मामला रफा दफा हो गया है लेकिन अब सामने आये एक वीडियो ने इस मामले को फिर से ताजा कर दिया है.

आप भी देखिये ये तस्वीर….होटल का मैनेजर है जो माननीय मंत्री तेज प्रताप के पैरों में गिरकर माफी मांग रहा है. जबकि कानूनन मैनेजर की कोई गलती नहीं है. होटल मैनेजर ने वही किया जो उसे करना चाहिए था. अगर उसने गलती की होती तो वो जेल जा चुका होता. उसने दूसरे गेस्ट के लिए कमरा खाली कराया जिसने पहले से ही कमरा बुक करा रखा था. तेज प्रताप के स्टाफ कमरे में तय समय से ज्यादा रुके हुए थे. कमरा इसलिए जबरन खाली कराया गया क्योंकि वे लोग कमरा खुद खाली करने को तैयार नहीं थे. लेकिन अपने रसूख और हनक के दम पर तेज प्रताप ने एक बेकसूर को भी मांफी मांगने पर मजबूर कर दिया. क्या एक होटल मैनेजर की कोई इज्जत नहीं होती.अगर तेजप्रताप ताकतवर और रसूख वाला है तो क्या इस तरह किसी बेकसूर को घुटने पर लाकर माफी मंगवाना ठीक है. किसी के सम्मान को कुचल कर अपना झूठा सम्मान बनाए रखना कहां तक उचित है?

तेज प्रताप के दबंगई के किस्से हैं मशहूर

ये पहला मौका नहीं है जब तेज प्रताप यादव की दबंगई का वीडियो सामने आया है. इससे पहले पटना में एक पत्रकार को ‘दो मिनट’ के लिए अपने कैंपस के अंदर बुलाकर माननीय तेज प्रताप यादव सुर्खियां बटोऱ चुके हैं. हद तो तब हो गई थी जब तेजप्रताप यादव ने बिहार विधान सभा के स्पीकर विजय सिन्हा से भी दो मिनट का समय मांगा था और विधान सभा से बाहर आकर पत्रकारों को सीना फुलाकर गर्व से बताया था कि मेरे दो मिनट का मतलब तो आप लोग समझ ही रहे हैं.

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